पेड़-पौधे घर के वातावरण में चार-चांद लगा देते हैं। पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़-पौधे बहुत ही जरुरी होते हैं। वास्तु शास्त्र में कुछ पेड़-पौधों को लगाने से आपके घर में नेगेटिव एनर्जी का संचार होता है। उन्हें घर में लगाने से कलेश की स्थिति पैदा हो सकती है। तो चलिए जानते हैं ऐसे कुछ पेड़-पौधो के बारे में...
बेर का पेड़ न लगाएं
बेर का फल बहुत ही स्वादिष्ट होता है। ये फल देने वाला पेड़ होता है। इसको घर में लगाने से मुसीबतों का सामना करना पड़ सकता है। जिस घर में बेर का पौधा होता है वहां पर मुसीबतें का पहाड़ ही खड़ा हो जाता है क्योंकि इस पेड़ में कांटे होते हैं जिनसे घर में नकरात्मक ऊर्जा आती है। ऐसे घर में मां लक्ष्मी का भी वास नहीं होता।
खजूर का पेड़ न लगाएं
ये पेड़ देखने में तो बहुत ही सुंदर है। लेकिन इसे कभी भी घर के अंदर नहीं लगाना चाहिए। वास्तु के अनुसार, जिस घर के अंदर खजूर को पेड़ होता है वहां धन की हमेशा कमी रहती है। घर के सदस्यों की उन्नति पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। इस पेड़ को घर में लगाना अशुभ माना जाता है।
पीपल का पेड़ न लगाएं
पीपल के पेड़ की पूजा होती है। ये पेड़ पूजनीय होता है। धार्मिक मान्यताओं को अनुसार, इस पेड़ की पूझा की जाती है। इसलिए इस पेड़ को घर में नहीं लगाना चाहिए। ये आपके घर में अशुभता का संकेत देता है।
इमली का पेड़ न लगाएं
मान्यता है कि इमली के पेड़े में नकरात्मक ऊर्जा का वास होता है। इसे घर पर लगाने से बुरी नजर लगने का खतरा भी बना रहता है। कभी भी इमली का पौधा घर पर नहीं लगाना चाहिए। इमली का पौधा घर में लगाने से लोगों की सेहत पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है।
मदार का पेड़ न लगाएं
वास्तु के अनुसार, घर में ऐसे पौधे को कभी भी नहीं लगाना चाहिए जिसमें गोंद या दूध जैसा पदार्थ निकलता हो। ऐसे पेड़ों में नकारत्मक ऊर्जा का वास होता है जो आपके घर की उन्नति पर गहरा असर डालते हैं। इसलिए इस पेड़ को घर में नहीं लगाना चाहिए।