कोरोना वायरस की दूसरी लहर फेफड़ों पर अटैक कर रहा है। जिस वजह से फेफड़े डैमेज हो रहे हैं और मरीजों में ऑक्सीजन की कमी की समस्या सामने आ रही है। ऐसे में इम्यूनिटी के साथ-साथ फेफड़ों को भी मजबूत रखना जरूरी है। फेफड़े हैल्दी रहेंगे तो हार्ट भी स्वस्थ रहेगा। ऐसे में फेफड़ों को तंदरुस्त रखने के लिए आज आपको कुछ घरेलु नुस्खे बताएंगे जो आपके किचन में मौजूद है। जिनका रोजाना सेवन करने से फेफड़ों को हैल्दी रखा जा सकता है और शरीर में ऑक्सीजन लेवल भी कम नहीं हगा।
सामग्री:
काली मिर्च
मुलेठी
लौंग
तुलसी के पत्ते
मिश्री
दालचीनी
कैंसे बनाएं?
काली मिर्च, मुलेठी और लौंग को सेंक लें। अब इसे 4-5 तुलसी के पत्ते, थोड़ी मिश्री और थोड़ी दालचीनी के साथ मुंह में डालकर धीरे-धीरे चबाएं। रोजाना ऐसा करने से अस्थमा के मरीजों को फायदा मिलेगा और फेफड़े भी मजबूज बनेंगे।
क्यों है फायदेमंद?
तुलसी
पोटैशियम, आयरन, क्लोरोफिल मैग्नीशियम, विटामिन-सी के गुणों से भरपूर तुलसी के पत्तें फेफड़ों को मजबूत बनाते हैं। सुबह रोजाना तुलसी के 4-5 पत्तियों को चबाएं। आप चाहें तो गिलोय और तुलसी का काढ़ा भी पी सकते हैं।
मुलेठी
मुलेठी में विटामिन बी, ई, फास्फोरस, कैल्शियम, आयरन, जैसे पोषक तत्वों के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बायोटिक गुण भी पाए जाते हैं। मुलेठी का सेवन करने से सर्दी-जुकाम, बुखार में आराम तो मिलता ही है साथ ही फेफड़े भी मजबूत बनते हैं। मुलेठी का सेवन 3-5 ग्राम पाउडर के रूप में करें।
दालचीनी
थाइमीन, फॉस्फोरस, प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम के गुणों से भरपूर दालचीनी स्वाद में थोड़ी तीखी होती है लेकिन यह फेफड़ों को हैल्दी बनाने में मददगार है। दालचीनी इम्यूनिटी बूस्टर का भी काम करती है।
लौंग
लौंग दिखने में बेशक छोटी है लेकिन इसके फायदे बहुत हैं। लौंग स्ट्रेस, पेट संबंधी समस्या, शरीर में दर्द जैसी प्राॅब्लमस से राहत देती है। एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर लौंग हार्ट, फेफड़े, लिवर आदि को मजबूत बनाने के साथ-साथ पाचन तंत्र को भी सवस्थ रखती है।