ज्यादा देर तक मोबाइल चलाने, लैपटॉप पर घंटों बिताने के कारण आंखों की रोशनी कमजोर हो रही है। जहां पहले बढ़ती उम्र का असर आंखों पर पड़ता था वहीं आजकल ज्यादा स्क्रीन पर समय बिताने के कारण छोटी उम्र में सभी को चश्मा लग रहा है। इसके अलावा भी कुछ ऐसी आदतें हैं जो आपकी आंखों को कमजोर बना सकती हैं। इन आदतों को नजरअंदाज करने के कारण उम्र से पहले ही आपको चश्मा लग सकता है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
ज्यादा फोन इस्तेमाल करना
आजकल सभी का ज्यादातर समय फोन पर ही बिता रहा है। ऐसे में आंखें ड्राई हो जाती है, धुंधली आंखों की रोशनी और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती है। डिजिटल स्क्रीन सेफ्टी चश्मे से कंप्यूटर आई स्ट्रेस से आप निपट सकते हैं। इसके अलावा आपको स्क्रीन टाइम के घंटों को भी कम करना होगा। स्क्रीन से दूर देखने के लिए 20 मिनट तक का ब्रेक लें, दूर की किसी चीज को देखें और अपनी आंखों को आराम दें। आंखों को चिकनाई देने के लिए लगभग दस बार धीरे-धीरे पलकें झपकाएं।
अनहेल्दी खान-पान
डाइट में ऐसी चीजें शामिल करने से जो अनहेल्दी हो उसके कारण भी आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंच सकता है। सिर्फ स्वस्थ शरीर ही नहीं बल्कि आंखों की रोशनी सही रखने के लिए भी डाइट का ध्यान रखना जरुरी है।
कम पानी पीने के कारण
यदि आप कम मात्रा में पानी पीते हैं तो इसके कारण आपकी आंखों में पानी की कमी हो सकती है। इसके कारण आंखें सूजी, ड्राई और लाल होने लगेगी। डिहाइड्रेशन के कारण आंखों में आंसू भी नहीं आएंगे।
धूप का चश्मा न पहनना
यदि आप धूप में जाते हैं और चश्मा नहीं पहनते तो आपकी आंखे हानिकारक यूवी किरणों की संपर्क में आ सकती है जिसके कारण आंखे कमजोर हो सकती हैं।
बार-बार आंखें मलना
यदि आप अपनी आंखों को बार-बार रगड़ते हैं तो भी यह खराब हो सकती हैं। आंखे मलने के कारण मायोपिया और ग्लूकोमा की स्थिति खराब हो सकती है जिसके सीधा असर आंखों पर पड़ता है।
धूम्रपान
धूम्रपान करने का सीधा असर भी आंखों पर पड़ता है। इसके कारण आइ कंडिशन रिस्क मैक्यूलर डिजनरेशन, ग्लूकोमा, ड्राई आई और मोतियाबंद जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा धूम्रपान न करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वाले लोगों में मैक्यूलर डिजनरेशन होने की ज्यादा संभावना होती है।
पूरी नींद न लेना
यदि आप पूरी नींद नहीं लेते तो भी आपकी आंखे लाल हो सकती हैं। इसके अलावा आपकी आंखों के नीचे डॉर्क सर्कल, ड्राई आई की समस्या भी हो सकती है।