वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार घर में कुछ ऐसे दोष होते हैं, जिनको अगर समय रहते दूर नहीं किया जाता है तो आपकी किस्मत में कंगाली छा जाएगी। धीरे-धीरे आपका धन खत्म होने लगता है। आपको कर्ज लेने की भी स्थिति आ सकती है। ऐसी स्थिति को आने से रोकने के लिए आपको यह जानना जरूरी है कि वे कौन कौन से वास्तु दोष हैं, जिससे धन संकट पैदा हो सकता है। क्या वो आपके घर में तो नहीं हैं? आइए जानते हैं इसके बारे में....
पानी की बर्बादी
यदि आपके घर में रोज पानी की बर्बादी होती है तो आपके लिए चिंता का विषय है क्योंकि इससे आपकी आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है। आपके घर की टंकी, टोटी या अन्य पाइप से हमेशा पानी रिसता रहता है या टपकता रहता है तो उसे तुरंत ठीक करा लें। इस वास्तु दोष से घर में नकारात्मकता पैदा होती है और धन का बहाव घर से बाहर की ओर होता है। पानी को सुख और समृद्धि का प्रतीक मानते हैं।
गंदा घर
वास्तुशास्त्र के नियमों में साफ सफाई का भी अपना महत्व है। यदि आपके घर में मकड़ी के जाले लगे हैं, कूड़ा कचरा इकट्ठा रहता है, अनुपयोगी कपड़े और जूते चप्पल हैं, दीवारों में सीलन है, घर के रंग उतर गए हैं तो इससे वास्तु दोष पैदा होता है। नकारात्मकता घर की रौनक खत्म कर देती है और लक्ष्मी माता भी रुठ जाती है।
मुरझाए फूल और पेड़-पौधे
यदि आपके बगीचे या घर के गमले में पेड़-पौधे और फूल मुरझा गए हैं तो उनको तुरंत हटा दीजिए। हरे भरे पेड़-पौधे ओर खिले फूल समृद्धि के प्रतीक होते हैं। उनको नियमित पानी दें। मुरझाए फूल और पेड़-पौधे आपके सुख समृद्धि को प्रभावित करते हैं। पूजा स्थान से भी बासी फूलों को हटा देना चाहिए।
बंद या टूटी-फूटी घड़ी
अगर आपके घर की कोई घड़ी बंद पड़ गई है या टूटी-फूटी है तो उसे तत्काल सही करा लें। बंद या टूटी-फूटी घड़ी आपकी तरक्की में बाधा उत्पन्न करती है। घड़ी को उन्नति और सकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है।
पलंग के नीचे बिल्कुल ना रखें ये चीजें
घर में अपने पलंग के नीचे कभी भी झाड़ू, जूते या चप्पल न रखें। इससे धन हानि होती है। इसके अलावा घर में जहां पर भी आप पैसे रखते हैं, वहां पर भी जूठे बर्तन या जूते-चप्पल भी न रखें।