हम सब ने कभी न कभी बाजार से गुलाबजल खरीदा ही होगा। दवा, ब्यूटी प्रोडक्ट के तौर पर इस्तेमाल किया गया ये प्रोजक्ट को मिठाई में भी खुशबू लाने के लिए भी काम में लिया जाता है। बाजार में गुलाबजल महज 20-30 रुपये में मिलता है। लेकिन क्या आपको पता है कि फैक्टी से अलग देसी स्टाइल में भट्टियों में भी गुलाब जल बनाया जाता है और ये बाजार में मिलने वाले गुलाब जल से कई गुणा महंगा होता है। इसे बनाने में बहुत समय और मेहनत भी लगती है। इसकी कीमत जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। चलिए आज की स्टोरी में हम आपको बताते हैं देसी स्टाइल में गुलाबजल बनाने की विधि और उसकी कीमत...
देसी तरीके से भट्टी में गुलाब जल बनाने की विधि
गुलाब जल बनाने के लिए 45 किलो गुलाब जल के फूल तो 20 लीटर पक्के पानी के साथ तांबे के देग में डालकर 5-7 घंटे तक पकाया जाता है। दाग के ढक्कन में बांस की खोखली लकड़ी लगाई जाती है, ताकि बीच में से गुलाब की भाप को निकाला जा सके। 7- 8 घंटे तक जब गुलाब पकता है, तो उससे निकलने वाली भाप बांस के लकड़ी के माध्यम से दूसरे मटकी में स्टोर होती है। 45 किलो गुलाब से 35 लीटर तक जल निकल लिया जाता है, इन्हें 3 श्रेणी में बंटा होता है।
गुलाबजल की कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश
- सिर्फ पहली श्रेणी का जल मात्र 5-6 ग्राम होता है और इसकी कीमत 20 लाख रुपये होती है।
- दूसरी और तीसरी श्रेणी में गुलाब जल की मात्रा ज्यादा होती है।
- दूसरी श्रेणी के जल का इस्तेमाल भी किया जाता है, वहीं तीसरे श्रेणी के जल को वापस देग में डालकर पक्के पानी की तरह गुलाब जल निकालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
देसी प्रक्रिया से गुलाब जल निकालना बहुत कठिन है और पहली श्रेणी में तो गुलाब जल की मात्रा बहुत कम होती है, इस वजह से इसकी कीमत ज्यादा होती है। आपको बता दें ब्यूटी प्रोडक्ट्स के अलावा मिठाईयों को बेहतरीन टेस्ट और खुशबू देने के लिए भी गुलाबजल का इस्तेमाल किया जाता है।