23 DECMONDAY2024 2:51:20 AM
Nari

तेजी से बढ़ा कोरोना के नए वेरिएंट का खतरा, कमजोर इम्यूनिटी के ये 6 संकेत ना करें अनदेखा

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 08 Apr, 2022 02:06 PM
तेजी से बढ़ा कोरोना के नए वेरिएंट का खतरा, कमजोर इम्यूनिटी के ये 6 संकेत ना करें अनदेखा

प्रतिरक्षा प्रणाली यानि मजबूत इम्यूनिटी शरीर को ना सिर्फ बैक्टीरियल बल्कि वायरल इंफेक्शन से बचाने में भी मदद करती है। वहीं, कोरोना की चौथी लहर का खतरा बढ़ रहा है। ऐसे में इम्यूनिटी का मजबूत होना बहुत जरूरी है। मगर, ज्यादातर लोगों तो यह पता ही नहीं चल पाता कि उनकी इम्यूनिटी कमजोर हो गई है और अब उसे बूस्ट करने की जरूरत है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे लक्षण बताएंगे, जिससे आप पहचान सकते हैं कि इम्यूनिटी को बूस्ट करने का समय आ गया है।

सर्दी-जुकाम रहना

हर 7-10 दिन के बीच बार-बार सर्दी सर्दी-जुकाम या बीमार हो जाते हैं तो यह कमजोर प्रतिरक्षा का संकेत हो सकता है। इसका मतलब है कि आपके शरीर में मौसमी संक्रमणों से लड़ने में सक्षम नहीं है। हर साल कम से कम 2-3 बार सर्दी-जुकाम होना नॉर्मल है लेकिन कोल्ड-कफ इससे अधिक हो तो इम्यूनिटी को बढ़ाएं।

PunjabKesari

पेट की परेशानियां

पाचन संबंधी परेशानियां भी इस बात का संकेत देती हैं कि आपका इम्यून सिस्टम ठीक तरह से काम नहीं कर रहा। अगर आपको बार-बार दस्त, गैस या कब्ज रहे तो इम्यूनिटी को बढ़ाएं। रिसर्च के मुताबिक, लगभग 70% इम्यूनिटी पाचन तंत्र में होती है क्योंकि यहां मौजूद बैक्टीरिया और सूक्ष्मजीव आंत को इंफेक्शन से बचाते हैं और इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं।

घाव धीरे-धीरे ठीक होना

अगर चोट लगने के बाद आपके घाव भी जल्दी नहीं भरते तो यह भी कमजोर प्रतिरक्षा के चेतावनी हो सकती है।

बार-बार इंफेक्शन होना

प्रतिरक्षा प्रणाली अगर बाहरी बैक्टीरिया, वायरस से लड़ने में सक्षम नहीं है तो आपको बार-बार इंफेक्शन का सामना करना पड़ सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर किसी में कमजोर इम्यूनिटी के कारण अलग-अलग संक्रमण हो सकता है।

- 1 साल में 4 से अधिक बार कान का संक्रमण
- 1 साल में 2 बार निमोनिया
- 1 साल में 3 बार बैक्टीरियल साइनसिसिस
- 1 साल में 2 बार से अधिक एंटीबायोटिक दवाओं की जरूरत पढ़ना

PunjabKesari

थकावट महसूस करना

क्या आप हर समय थके रहते हैं? अगर हां तो ऐसा कमजोर प्रतिरक्षा के कारण हो सकता है। शरीर में किसी काम के लिए एनर्जी ना होना भी कमजोर इम्यूनिटी का लक्षण है।

स्ट्रेस लेवल बढ़ना

बेवजह स्ट्रेस और सिरदर्द होना भी कमजोर इम्यूनिटी की निशानी हो सकती है। अगर आप भी लंबे समय से स्ट्रेस का सामना कर रहे हैं तो इम्यूनिटी बढ़ाने पर ध्यान दें।

कोरोना के खिलाफ कैसे बढ़ाएं इम्यूनिटी?

• संतुलित आहार खाने की कोशिश करें। इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए अपनी डाइट में मौसमी फल, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, दही, सूखे मेवे जैसी हैल्दी चीजें शामिल करें।
• आठ घंटे की अच्छी नींद लें क्योंकि अच्छी नींद प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है।
• नियमित रूप से व्यायाम करें क्योंकि यह न केवल इम्यूनिटी को मजबूत करता है बल्कि इससे शरीर में हैप्पी हार्मोन भी रिलीज होते हैं, जिससे स्ट्रेस दूर रहता है।
• हाथों को हमेशा नियमित अंतराल पर धोएं। कीटाणु हमारे शरीर में ज्यादातर अशुद्ध हाथों से प्रवेश करते हैं।
• धूम्रपान को ना कहें क्योंकि यह प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है।
• कोरोना से बचने और इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए सबसे जरूरी है कि आप वैक्सीनेशन जरूर करवाएं।

PunjabKesari

Related News