आजकल के बच्चे मोबाइल फोन के बिना नहीं रहते। फिर चाहे वे इसका इस्तेमाल पढ़ाई-लिखाई के लिए करें या फिर गेम्स खेलने और अपने दोस्तों से बातचीत करने के लिए। मगर सेल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने से उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
ऐसा क्यों?
बच्चे और बडे़ दोनों के लिए ही जरुरत से ज्यादा फोन का इस्तेमाल खतरनाक होता है, मगर बच्चों का मानसिक स्तर बड़ों के मुकाबले कमजोर होता है या फिर यूं कह लीजिए कि अभी उनका दिमाग इतना विकसित नहीं हुआ होता, कि वे मोबाइल फोन में से निकलने वाली वाइबस को झेल सकें। मोबाइल फोन से रेडियो फ्रिक्योएंसी इलेक्ट्रोमैगनेटिक रेडिएशन नाम की वाइबस निकलती है। बच्चों का दिमाग छोटा होने की वजह से यह वाइबस 2 टाइमस ज्यादा उन पर असर करती हैं।
हमारे दिमाग में बोन मैरो मौजूद होती है, मोबाइल से निकलने वाली यह वाइबस 10 टाइम्स ज्यादा बुरे तरीके से बच्चों के दिमाग पर असर करती हैं। रिसर्च में पाया गया है कि जो बच्चे 20 की उम्र से पहले मोबाइल फोन इस्तेमाल करना शुरु कर देते हैं, उनमें ब्रेन ट्यूमर के चांसिस ज्यादा देखने को मिलते हैं।
जब बच्चे मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं, तो इसमें से निकलने वाली रेडिएशनस बहुत नजदीक से उन्हें इफेक्ट करती हैं। इसका असर सेहत के साथ-साथ बच्चे के इमोशन्स पर भी पड़ता है। जो बच्चे ज्यादा वक्त तक टी.वी. स्क्रीनस या फिर मोबाइल पकड़ कर रखते हैं, उन्हें अन्य बच्चों के मुकाबले गुस्सा बहुत जल्द आता है। साथ ही वह मानसिक तल पर कमजोर होते जाते हैं, जो उनके आने वाले भविष्य के लिए बिल्कुल गलत बात है।
ADHD का शिकार
जो महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान अधिक सेल फोन का इस्तेमाल करती हैं, जन्म के बाद बच्चा ADHD का शिकार हो जाता है। ADHD यानि खुद के स्वभाव को कंट्रोल न कर पाना या फिर समझ न पाना। इस बीमारी के चलते बच्चा अपने जीवन में किसी भी चीज को लेकर अच्छे से प्लान नहीं कर पाता।
कैसे रखा जाए कंट्रोल?
- जब भी 10-15 साल के बच्चे को फोन इस्तेमाल के लिए दें, उसे एयर प्लेन मोड पर लगा दें।
- रात सोते वक्त बच्चे से फोन बिल्कुल दूर रखे, घर में प्रेगनेंट वुमेन भी रात के वक्त अपने पास फोन एयर प्लेन मोड पर ही रखे।
- खतरनाक वाइब्रेशन्स से बचने के लिए बच्चों को स्पीकर फोन पर बात करने की सलाह दें।
- बच्चों को सिखाएं कि 20 प्रतिशत फोन की बैटरी होने पर सेल फोन का इस्तेमाल ज्यादा न करें।
- लेट कर, कमरे की लाइट्स ऑफ में बच्चों को फोन इस्तेमाल न करने दें, इससे उन्हें सर्वाइकल पेन का खतरा हो सकता है।