लॉकडाउन के बीच बढ़ी महंगाई में जहां व्यापारियों ने हर चीज़ के दाम बढ़ा दिए हैं वहीं इसी बीच कोयटंबूर की इडली बेचने वाली 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने एक ऐसी मिसाल पेश की है जिसके बारे में पढ़कर आपकों भी गर्व महसूस होगा कि आज भी हमारे देश में इंसानियत जिंदा है।
दरअसल, लॉकडाउन में जहां खाने-पीने के सामान के दाम बढ़ गए हैं वहीं 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने इडली का दाम नहीं बढ़ाया है। बुजुर्ग महिला एम कमलथल आज भी 1 रुपए में ग्राहकों को इडली परोसती हैं। अलंदुरैई के नजदीक अपने घर से खाने-पीने का आउटलेट चला रही बुजुर्ग महिला के यहां प्रतिदिन करीब 300 लोग इडली खाकर अपनी भूख मिटाते हैं।
महंगाई के बीच भी 1 रुपए में इडली बेचती है-
कमलथल ने बाताया कि उरद दाल का दाम 100 से 150 रुपए हो गया है। मिर्च की कीमत भी 150 रुपए से 200 रुपए हो गई है मगर मैंने कीमत नहीं बढ़ाई है। मैं अब भी 1 रुपए में इडली बेचकर किसी तरह संतुलन बना लेती हूं। अपने ग्राहकों को महिला सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ भी पढ़ाती हैं। उनका कहना है कि, कुछ ऐसे लोग भी हैं जो दूसरी जगहों से आए हैं. इसलिए उन्हें चाहिए कि अपनी जगहों पर रहते हुए इडली खाएं।
30 सालों से बेच रही है इडली लेकिन नहीं बढ़ाया दाम-
यह बुजुर्ग महिला 30 सालों से इडली बेच रही है। इसके बावजूद उन्होंने अपने यहां के खाने-पीने का दाम नहीं बढ़ाया है। हालांकि उनके शुभ चिंतक महंगाई की खाई को पाटने के लिए सब्जी. खाने-पीने का सामान पहुंचाकर मदद करते हैं। महिला ने कहा कि लोग दाल, सब्जी और चावल दे रहे हैं। इससे उन्हें बहुत ज्यादा खुशी मिली है।
DMK अध्यक्ष ने भी की तारिफ, बढ़ाया मदद का हाथ
वहीं DMK अध्यक्ष एम के स्टालिन तक जब महिला की खबर पहुंती तो उन्होंने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उनसे बात की। वहीं इसके अलावा, कई मशहूर हस्तियों ने भी उन तक मदद के लिएहाथ बढ़ाए।