नारी डेस्कः आपने बहुत से लोगों को ये कहते सुना होगा कि उन्हें सीने में भारीपन व जकड़न या हल्का दर्द (Chest Heaviness) जैसा महसूस होता है। जब ऐसा होता है तो ज्यादातर लोग इसे चिंता के रूप में दिल से जोड़ कर देखते हैं लेकिन सीने में भारीपन और जकड़न की वजह जरूरी नहीं कि दिल से ही जुड़ी हो। बल्कि सीने में जकड़न और भारीपन होने के और भी बहुत से कारण हो सकते हैं। चलिए सीने के भारीपन और जकड़न के क्या कारण हो सकते हैं।
सीने में भारीपन और जकड़न होने की वजह| Sine Mein Bharipan Hona
सीने में दर्द, हमेशा दिल के दौरे का संकेत नहीं होते। सीने में भारीपन जकड़न होने की बहुत सी वजहें हो सकती हैं। जैसे कफ-इंफेक्शन होना, गैस-एसिडिटी होना, किसी प्रकार की टैंशन, मानसिक चिंता, निमोनिया की समस्या हो सकती हैं। सीने में जकड़न व दर्द के अन्य कारणों में हार्टबर्न, इंफेक्शन, सूजन और पैनिक अटैक शामिल हैं। एनजाइना एक प्रकार का सीने का दर्द है जो दिल के दौरे से अलग होता है लेकिन यह भी बढ़े हुए जोखिम का संकेत देता है।
गैस के चलते छाती में दर्द व भारीपन होने के लक्षण|
बहुत से लोगों का ये सवाल रहता है कि क्या गैस-एसिडिटी के चलते सीने में दर्द या भारीपन हो सकता है तो जवाब है जी हां, गैस की वजह से सीने में भारीपन या बेचैनी का एहसास हो सकता है। इसके कुछ लक्षण हैं छाती में भारीपन, दबाव, जकड़न और सिकुड़न। सुस्त, दर्द या ऐंठन जैसी संकेत गैस के दर्द के कुछ लक्षण हैं। सांस फूलना, पसीना आना, मतली, चक्कर आना, उल्टी आना, पेट फूलना, डकार आना, पेट फूलना और पेट में परेशानी, दिल की धड़कन तेज या घबराहट। इसके चलते छाती में दर्द महसूस हो सकता है।
सीने में जकड़न व भारीपन होने के कुछ बड़े कारण
सीने में जकड़न व दवाब जैसा महसूस उस समय भी होता है जब व्यक्ति, इन हैल्थ प्रॉब्लम की चपेट में हो। जैसेः दमा, निमोनिया, श्वसन संक्रमण ,हाई ब्लड प्रैशर, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), एलर्जी, एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux and Heartburn) या जीईआरडी (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रिफ्लक्स रोग) Gastroesophageal reflux disease (GERD), कोरोनरी धमनी रोग (सीएडी), पित्ताशय की पथरी , दाद, पेप्टिक अल्सर। इसके अलावा जिन लोगों का वजन बहुत ज्यादा है। दिल से जुड़ी समस्याएंं, धूम्रपान, एलर्जी, फिजिकल एक्टिविटी ना करने वालों को लोगों को भी सीने में जकड़न-भारीपन महसूस हो सकता है।
सीने में दर्द के 3 लक्षण क्या हैं? |Chest Pain Symptoms
सीने में दर्द हो रहा हो तो ये लक्षण दिख सकते हैं जैसे-सांस फूलना, मतली, चक्कर आना या ठंडा पसीना आना। सीने में दर्द और जबड़े में या बाये कंधे-बाजु में दर्द। घबराहट (दिल की धड़कन तेज होना)।
सीने में अचानक दर्द होने के कारण
सीने में दर्द के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि आपके दिल, फेफड़े या पाचन तंत्र में कोई दिक्कत हो तो। ऐसे लक्षण कुछ कारण जानलेवा होते हैं जबकि कुछ नहीं भी होते। डाक्टरी जांच के द्वारा ही आपको सीने में दर्द के सही कारण पता लग सकते हैं। अगर समस्या बड़ी है तो सीने में दर्द के उपचार में दवाएं या ऑपरेशन शामिल हो सकते हैं।
क्या टेंशन से सीने में दर्द होता है?
चिंता, बेचैनी या तनाव महसूस करना जीवन का एक सामान्य हिस्सा है। चिंता या घबराहट के कारण सीने में दर्द आमतौर पर एक तेज, चुभने वाली सनसनी की तरह महसूस हो सकता है जो अचानक शुरू होता है। हालांकि व्यक्ति सीने में दर्द शुरू होने से पहले ही तनावग्रस्त या चिंतित महसूस कर सकते हैं। चिंता या घबराहट के दौरे के आम लक्षणों में शामिल है चक्कर आना। इसी के साथ सीने में दर्द दिल के दौरे और अन्य हृदय संबंधी स्थितियों का भी लक्षण हो सकते है इसलिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि चिंता के कारण होने वाला सीने में दर्द कैसा महसूस होता है और आप अपने लक्षणों में सुधार कैसे कर सकते हैं।
अगर ऐसा लगातार हो रहा है तो डाक्टरी सलाह जरूर लें।
सीने में भारीपन हो तो क्या करना चाहिए?
सीने में जकड़न को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर आपको सीने में जकड़न के साथ-साथ अन्य चिंताजनक लक्षण भी महसूस होते हैं तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप करवाएं क्योंकि सीने में जकड़न दिल के दौरे जैसी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का भी लक्षण हो सकता है।
छाती की जकड़न से राहत पाने का घरेलू उपचार | Home Remedis of Chest Pain & Heaviness
अगर छाती की जकड़न या भारीपन चेस्ट व लंग्स इंफेक्शन के कारण है तो यह सामान्य है जो सामान्य सर्दी-जुकाम के कारण भी हो सकती है जिसके चलते बलगम के जमा होने के कारण फेफड़ों और वायुमार्ग में जमाव पैदा कर देता है। इससे छुटकारा पाने के लिए हाइड्रेट रहें। हाइड्रेटेड रहने से बलगम पतला होता है और बलगम को आसानी से बाहर निकालने में मदद मिलती है। सूप और गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें। जैसे-काढ़ा, गर्म गुनगुना पानी, तुलसी टी आदि। सर्दी-खांसी दूर करने वाली दवाइयों की मदद से भी छाती का जमाव ठीक होगा। रात में ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करने से बलगम कम होती है और छाती से दबाव कम होता है और रात में बेहतर नींद आने में मदद मिल सकती है।
कम मात्रा में खाएं और ज्यादा मील लें। धूम्रपान से बचें। कार्बोनेटेड, कैफीनयुक्त या एल्कोहल युक्त चीजों से परहेज करें। तले-भूने ऑयली फूड्स, चॉकलेट, टमाटर और प्याज आदि का सेवन कुछ दिन ना करें।
फेफड़ों की समस्याएं जैसे कि सीओपीडी, छाती में तकलीफ़ पैदा कर सकती हैं, जिससे दर्द और जकड़न के लक्षण हो सकते हैं। पर्याप्त आराम करें। शरीर पर ज्यादा दबाव डाले बिना हल्की सैर करने की सलाह दी जा सकती है।
टेंशन के चलते सीने में दर्द हो तो क्या करें ?
जिन लोगों को चिंता, एंग्जाइटी, घबराहट के चलते सीने में भारीपन महसूस होता है वह मेडिटेशन करें और इससे आपको नेगेटिव चिंताजनक विचारों से बाहर आने में मदद मिलेगी। सांस लेने में तकलीफ है तो सांस लेते समय पांच तक गिनें, चार सेकंड तक रोकें और अगले तीन सेकंड में छोड़ दें। ऐसा तब तक जारी रखें जब तक कि सांस फिर से सामान्य न हो जाए। रूटीन में एक्सरसाइज करें।
मांसपेशियों में चोट के चलते जकड़न है तो क्या करें
मांसपेशियों की चोट के चलते अगर सीने में जकड़न महसूस हो रही है तो उचित चिकित्सा देखभाल बहुत महत्वपूर्ण है। पर्याप्त आराम करें। चिकित्सक सलाह से ही चोट का इलाज करें।
डॉक्टर से कब परामर्श लें?
सीने में जकड़न को हल्के में नहीं लेना चाहिए। अगर आपको सीने में जकड़न के साथ-साथ अन्य चिंताजनक लक्षण भी महसूस होते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
सीने में जकड़न दिल के दौरे जैसी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का लक्षण हो सकता है।
सीने में दर्द या जकड़न जो गर्दन, बाएं हाथ और जबड़े तक फैल जाए और बहुत ज्यादा हो।
लगातार सांस फूलने लगे या सांस लेने में कठिनाई हो।
चक्कर आना, बेहोशी या आंखों के आगे अंधेरा आने लगे।