ईशा फाउंडेशन के संस्थापक और प्रसिद्ध आध्यात्मिक सदगुरु का स्वास्थ्य बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जिसके बाद अस्पताल में उनकी सर्जरी हुई है। इस बात की जानकारी ईशा फाउंडेशन ने खुद दी है। आपको बता दें कि सद्गुरु के दिमाग के एक हिस्से में सूजन और ब्लड क्लॉटिंग थी। डॉक्टरों का कहना था कि यह खतरनाक हो सकती थी इसलिए सर्जरी करनी पड़ी। हालांकि सद्गुरु की सर्जरी के बाद उनकी हालत में काफी सुधार हो रहा है।
अस्पताल से सामने आया वीडियो
सद्गुरु ने सर्जरी के बाद इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट भी शेयर किया है। इस वीडियो में वह अस्पताल के बिस्तर पर मजाक करते हुए दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि - 'दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के न्यूरोसर्जनों ने मेरी खोपड़ी को काटा और कुछ खोजने की कोशिश की लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला यह पूरी तरह से खाली ही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हूं खोपड़ी पर पैच भी लगा है लेकिन कोई नुकसान नहीं हुआ।'
गंभीर सिरदर्द से जूझ रहे थे सद्गुरु
रिपोर्ट्स की मानें तो सद्गुरु पिछले चार हफ्तों से गंभीर सिरदर्द से जूझ रहे थे। गंभीर सिरदर्द होने के बाद भी उन्होंने अपने कार्यक्रम और गतिविधियां जारी रखी। इसके अलावा उन्होंने 8 मार्च को हुए शिवरात्रि कार्यक्रम में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। 14 मार्च को जब वह दिल्ली पहुंचे तो उनका सिरदर्द काफी गंभीर हो गया। इसके बाद उनकी एमआरआई हुई जिसमें पता चला कि उनके दिमाग में बड़े पैमाने पर रक्तस्त्राव हुआ है। इसके बाद 17 मार्च को सद्गुरु की हालत खराब ज्यादा खराब हो गई। इस दौरान उन्हें बाएं पैर में कमजोरी और लगातार उल्टी के साथ सिरदर्द भी हुआ इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया। इसके बाद सीटी स्कैन के दौरान पता चला कि उनके मस्तिष्क की सूजन बढ़ गई है। उनकी खोपड़ी में हुए रक्तस्त्राव को कम करने के लिए ब्रेन की सर्जरी हुई जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया।
पीएम ने की जल्दी ठीक होने की कामना
देश के प्रधानमंत्री ने भी सद्गुरु से बात की है। इस दौरान उन्होंने सद्गुरु के जल्दी ठीक होने की कामना की है। पीएम ने अपने ट्विटर पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि - 'सद्गुरु जग्गी वासुदेव जी से बात की और उनके अच्छे स्वास्थ्य और जल्दी ठीक होने की कामना की।'