नीतू कपूर ने अपना अर्द्धांगिनी होने का धर्म बखूबी निभाया। वो ऋषि कपूर के आखिरी वक्त तक उनके साथ थी। वो उनके साथ साए की तरह हर वक्त मौजूद थी। उनकी सांसे थम रही थी मगर नीतू ने उन्हें एक पल के लिए नहीं छोड़ा। आखिरी वक्त में भी ऋषि दूसरों को मुस्काराने के लिए उकसा रहे थे। नीतू ऋषि के साथ सिर्फ आखिरी वक्त नहीं बल्कि पूरी जिंदगी उनके हर कदम में उनके साथ थी। शादी के इतने सालों बाद भी उनका प्यार किसी न्यूली वेड कपल से कम नहीं था। उन्होंने एक साथ मिलकर 12 फिल्मों से ज्यादा काम किया है। रियल और रील दोनों ही लाइफ में उनकी केमिस्ट्री देखने लायक थी।
पेरिस से नीतू के लिए भेजा था टेलीग्राम
फिल्म बारुद की शूटिंग के लिए ऋषि को पेरिस जाना पड़ा था। तभी उन्हें नीतू के लिए अपना गहरा प्यार का एहसास हुआ। उन्होंने नीतू को पेरिस से एक टेलीग्राम भेजा। जिसमें उन्होंने लिखा था 'ये सिखणी (नीतू) उन्हें बहुत याद आती है', इसे पढ़ते ही नीतू ख़ुशी से झूम उठी। उन्होंने यह खत पामेला चोपड़ा को दिखाया। ऋषि के आने के बाद दोनों ने एक-दूसरे से प्यार का इजहार किया और शादी कर ली।
नीतू नहीं थी उनका पहला प्यार
आपको बतादें की नीतू कपूर उनका पहला प्यार नहीं थी। नीतू कपूर से पहले वो एक पारसी लड़की यास्मीन मेहता के साथ रिलेशनशिप में थे। जब वो पहली बार नीतू से मिले तब वो उसी लड़की के प्यार में थे। फिल्म बॉबी हिट होने पर यास्मीन को लगा कि ऋषि डिंपल कपाडिया के साथ है। मगर ऋषि ने इस ग़लतफहमी को सही भी नहीं किया।
पहली मुलाकात में अकड़ू लगे थे ऋषि
नीतू ने एक इंटरव्यू में कहा कि 'मैं पहली बार आरके स्टूडियो में ऋषि से मिली थी, जहां वो अपनी फिल्म 'बॉबी' की शूटिंग कर रहे थे, लेकिन हमारी जान-पहचान 'जहरीला इंसान' के सेट पर हुई थी, नीतू ने ये भी कहा कि मुझे पहली बार ऋषि से मिलकर बिलकुल भी अच्छा नहीं लगा था, वो मेरी हर बात पर मुझे टोक रहे थे, जिसकी वजह से मुझे लगा कि ये बहुत ही अकडू इंसान हैं। लेकिन फिर धीरे-धीरे हमारी दोस्ती हुई और फिर हमने शादी का फैसला ले लिया।
'दो दूनी चार' में दिखा नीतू और ऋषि का रिश्ता
फैंस हमेशा इन दोनों की केमिस्ट्री के कायल थे ,लेकिन वो देखना चाहते थे कि रील पर ये लोग क्या अपनी जोड़ी से दोबारा धमाल मचा पाएंगे। 'दो दूनी चार' में नीतू-ऋषि की जोड़ी ने सबको एक बार फिर चौंका दिया। उनकी नौक-झोंक रियल से भी ज्यादा रियल लग रही थी।
कपूर फैमिली का संदेश
कपूर फैमिली की ओर से जारी संदेश में कहा गया, 'हमारे प्रिय ऋषि कपूर का ल्यूकेमिया के साथ दो साल की लड़ाई के बाद आज सुबह 8:45 बजे निधन हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ ने कहा कि उन्होंने (ऋषि कपूर) अंतिम वक्त तक मनोरंजन किया। वह जिंदादिल बने रहे और दो महाद्वीपों में दो साल के इलाज के बाद भी पूरी दृढ़ इच्छा के साथ जिंदगी जीते रहे।'