फिजिकल एक्टिविटी न करने, तनाव बढ़ने और मोटापे का कारण आजकल कई तरह की बीमारियां बढ़ रही हैं जिनमें से डायबिटीज भी एक है। डायबिटीज जैसी बीमारी सिर्फ व्यस्क ही नहीं बल्कि युवाओं को भी हो रही हैं। आंकड़ों की अनुसार, 2016-17 के युवाओं में 120,000 डायबिटीज के मामले सामने आए थे जो साल 2020-21 में बढ़कर 148,000 हो गए। यह मामले करीबन 23 फीसदी बढ़ गए हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो युवा टाइप-2 डायबिटीज का शिकार हो रहे हैं। लेकिन इसके कारण क्या है और यह क्यों युवाओं को घेर रही हैं आज आपको इसके बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं...
टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण
. बार-बार पेशाब आना
. ज्यादा प्यास लगना
. आंखों में धुंधलापन आना
. भूख बढ़ना
. हाथ-पैर सुन्न होना
. घाव भरने में देर लगना
. बिना मेहनत किए हुए वजन कम होना
क्या हैं युवाओं में डायबिटीज के कारण?
एक्सपर्ट्स की मानें तो युवाओं में डायबिटीज का मुख्य कारण जंक फूड खाना, फिजिकल एक्टिविटी न करना, ज्यादा कैलोरी वाला फूड खाना, स्ट्रेस के कारण यह बीमारी युवाओं में बढ़ने लगती हैं। इसके अलावा कुछ मामलों में यदि माता-पिता को डायबिटीज है तो भी बच्चे इसका शिकार हो सकते हैं।
कैसे करें बीमारी से अपना बचाव?
.डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी से बचने के लिए अपने खान-पान का खास ध्यान रखें। ज्यादा मीठी या ज्यादा नमकीन चीजें न खाएं।
. ज्यादा ऑयली फूड से परहेज रखें। जंक फूड, शराब सिगरेट जैसी चीजों से परहेज रखें। साग-सब्जी खाएं।
. एक्सरसाइज करें। यदि आप डेली रुटीन में एक्सरसाइज नहीं करते तो रोजाना कम से कम 3 किलोमीटर चलने की कोशिश करें।
. जल्दी सोएं और सुबह जल्दी उठें। पर्याप्त मात्रा में 8 घंटे की नींद लें इससे आपका शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा। तनाव न लें। यदि स्ट्रेस है तो मेडिटेशन और योग करें।
. वजन न बढ़ने दें। बढ़ता वजन भी डायबिटीज का कारण बन सकता है।