एक्टर आर. माधवन किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। फिल्म थ्री इडियट्स, तनु वेड्स मनु और तेरे दिल में जैसी कई फिल्मों के जरिए उन्होंने लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई है। आज एक्टर अपना 53वां जन्मदिन मना रहे हैं। आपको बता दें कि आर माधवन एक अच्छे एक्टर होने के साथ-साथ बहुत अच्छे फादर भी हैं। उन्होंने अपने बेटे वेदांत को इतनी अच्छी परवरिश दी है कि उसने कुछ समय पहले डेनिश ओपन तैराकी प्रतियोगिता में सिल्वर मैडल लिया है। इस बात की जानकारी खुद आर माधवन ने सोशल मीडिया के जरिए फैंस को दी थी। ऐसे में आज उनके जन्मदिन के मौके पर बताते हैं कि एक अच्छे पेरेंट्स होने के लिए आप में क्या-क्या खूबियां होनी चाहिए...
अपनी सफलता का सारा श्रेय पापा को देता है वेदांत
वहीं आर माधवन का बेटा वेदांत अपनी सफलता का सारा श्रेय पिता आर माधवन को देता है। वहीं एक्टर खुद भी हमेशा अपने बेटे को सपोर्ट करते नजर आए हैं। आर माधवन का कहना है कि - 'एक बच्चे को अच्छे गुण सिखाने के पीछे उसके माता-पिता का बहुत बड़ा हाथ होता है। माता-पिता बच्चे को एक अच्छा इंसान बनाने में बहुत ही मुख्य भूमिका निभाते हैं। बच्चे अपने घर पर स्कूल में और दोस्तों के साथ खेलते-कूदते समय होने वाली बातों के जरिए प्यार, अपनी की फिक्र, दया और करुणा जैसे मूल्यवान सबक भी सिखते हैं। यह सारे गुण धीरे-धीरे बच्चों में जाते हैं और बच्चे जिसको देखते हैं उसकी अनुभव करते हैं परंतु इन सारे गुणों की सिखने की शुरुआत घर से ही होती है इसलिए बच्चों को यह सारे गुण सिखाने के लिए घर में एक अच्छा माहौल देना पेरेंट्स की जिम्मेदारी ही होती है।'
बच्चों की परवरिश के दिए कई सारे टिप्स
वहीं एक्टर होने के साथ-साथ आर माधवन एक समाजसेवी भी हैं। इन सभी जिम्मेदारियों के साथ-साथ वह एक पिता की जिम्मेदारी भी बहुत ही अच्छी तरह से निभा रहे हैं। वहीं फैंस भी एक्टर को एक पढ़ा-लिखा, संवेदनशील और संस्कारी एक्टर मानते हैं। वही इसी बात के लिए सभी आर माधवन का बहुत सम्मान करते हैं। एक्टर ने हमेशा सिंपल लिविंग और हाई थिंकिंग की सीख के जरिए सब काम किए हैं। वहीं अपने बच्चों के साथ भी कुछ अनुभव एक्टर से फैंस के साथ शेयर किए
बच्चों को बनाना होगा पॉजिटिव
एक्टर का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद बच्चों की जिंदगी में काफी बदलाव आए हैं। डेढ़ साल पहले तक की परिस्थितियां अलग थी वहीं अब बच्चे एक बहुत ही अलग दुनिया में पैदा हो रहे हैं आज वो सिर्फ अपने घर की चार दीवारों तक ही सीमित रह गए हैं। ऐसे में पेरेंट्स को उनका मार्गदर्शन करना होगा और मुश्किल व चुनौतीपूर्ण समय में बच्चों को डेवलपिंग एयर्स में ही पॉजिटिव सोच विकसित करने मेंदद करनी होगी।
शेयरिंग और केयरिंग सिखाएं
छोटी-छोटी आदतों के जरिए आप बच्चों को चीजें शेयर करना सिखा सकते हैं। जैसे वह अपने खिलौने किसी दोस्त को दे सकते हैं। दादा-दादी की केयर के लिए वह उनके लिए कार्ड बना सकते हैं। ऐसी छोटी-छोटी बातों के जरिए आप बच्चों को शेयरिंग और केयरिंग सिखा सकते हैं ।
जरुर जोड़ें बड़े-बुजुर्गों के साथ
आर माधवन का कहना है कि बच्चे की देखभाल कई तरह से की जाती है और बच्चों के साथ बच्चा बनकर कदम उठाने चाहिए। अपने बच्चों को आस-पास और सभी लोगों की देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करें खासकर दादा-दादी की केयर बच्चों को जरुर सिखाएं।
पेट्स और पौधों का ख्याल रखना सिखाएं
यदि आपने घर में जानवर रखें हैं तो बच्चों को उनकी केयर करना जरुर सिखाएं। इससे उनके अंदर दया भाव आएगा। इसके अलावा आप बच्चों को गार्डनिंग सिखा सकते हैं। यह सारी अच्छी आदतें बच्चों में एक अच्छी सोच का विकास करेंगी।