
नारी डेस्क: पाकिस्तान के 6 बड़े शहरों — कराची, लाहौर, गुंजरावाला, चकवाल, घोटकी और उमरकोट — में हुए ड्रोन हमलों से पूरे देश में अफरा-तफरी मच गई है। अब तक कुल 12 धमाकों की पुष्टि हो चुकी है, जिससे कई इलाकों में आपातकाल जैसे हालात बन गए हैं।
कराची आर्मी बेस पर बड़ा हमला
सबसे बड़ा हमला कराची के एक सैन्य ठिकाने (आर्मी बेस) पर हुआ है। धमाके के बाद सेना ने पूरे इलाके को अपने कब्जे में ले लिया है और आम जनता की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। कराची को पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी और सामरिक दृष्टि से बेहद अहम माना जाता है। यहां पर परमाणु हथियारों से जुड़ी सुविधाएं भी मौजूद हैं।
लाहौर में तीन धमाके, नेवी बेस भी निशाने पर
लाहौर में तीन बड़े धमाके हुए हैं, जिनमें से एक नेवी बेस के पास हुआ। धमाकों की वजह से पूरे शहर में दहशत फैल गई है और लोगों में डर का माहौल है। इन हमलों के दौरान पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया। खास बात यह है कि इन धमाकों से सिर्फ कुछ घंटे पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने वायुसेना की तारीफ करते हुए कहा था कि “हमारी एयरफोर्स पूरी तरह तैयार है।” लेकिन हमलों ने उनकी बातों को गलत साबित कर दिया।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की जवाबी कार्रवाई
इन घटनाओं के बीच भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के नाम से एक सैन्य अभियान चलाया है। यह अभियान पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के अंदर 100 किलोमीटर तक बिना हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किए अंजाम दिया गया है। सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन अभी खत्म नहीं हुआ है और आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
सर्वदलीय बैठक में मिली जानकारी
भारत सरकार ने इस मुद्दे को लेकर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस बैठक में सभी राजनीतिक दलों को ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी स्थिति की जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा कारणों से सारी जानकारियां अभी साझा नहीं की जा सकतीं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि देश के संकट के समय में विपक्ष सरकार के साथ खड़ा है