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प्रेग्नेंसी में महिलाओं की ये एक गलती बन रही सी-सेक्शन की बड़ी वजह, डॉक्टर ने दी जरूरी सलाह

  • Edited By PRARTHNA SHARMA,
  • Updated: 18 Jul, 2025 02:52 PM
प्रेग्नेंसी में महिलाओं की ये एक गलती बन रही सी-सेक्शन की बड़ी वजह, डॉक्टर ने दी जरूरी सलाह

नारी डेस्क: प्रेग्नेंसी एक बेहद नाजुक और अहम समय होता है। इस दौरान मां और बच्चे दोनों की सेहत का खास ख्याल रखना जरूरी होता है। कई बार मेडिकल कंडीशन्स या किसी इमरजेंसी की वजह से नॉर्मल डिलीवरी संभव नहीं हो पाती और डॉक्टर को सी-सेक्शन यानी ऑपरेशन से डिलीवरी करनी पड़ती है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि कुछ मामलों में ये स्थिति किसी मेडिकल कंडीशन की वजह से नहीं, बल्कि महिलाओं की एक आम गलती के कारण भी हो जाती है। गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर समरा मसूद ने इस बारे में एक जरूरी जानकारी दी है।

डॉ. समरा मसूद ने बताई नॉर्मल डिलीवरी न होने की वजह

डॉ. समरा ने अपने इंस्टाग्राम वीडियो में बताया कि एक सामान्य-सी लगने वाली चूक जो कई महिलाएं प्रेग्नेंसी में करती हैं, उनकी हेल्दी प्रेग्नेंसी को कॉम्प्लिकेटेड बना सकती है। इस चूक का असर इतना होता है कि नॉर्मल डिलीवरी का मौका हाथ से निकल सकता है। डॉ. समरा के अनुसार, सबसे आम लेकिन गंभीर गलती है प्रेग्नेंसी में पर्याप्त पानी या फ्लूइड्स न लेना। भारत जैसे गर्म देश में, जहां तापमान अधिक रहता है, वहां प्रेग्नेंट महिलाओं को कम से कम 3 से 4 लीटर पानी या दूसरे हेल्दी फ्लूइड्स लेना चाहिए।

केवल प्यास लगने पर पानी न पिएं, रूटीन बनाएं

अक्सर महिलाएं तभी पानी पीती हैं जब उन्हें प्यास लगती है, जबकि प्रेग्नेंसी में ऐसा नहीं होना चाहिए। डॉ. समरा बताती हैं कि शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए सिर्फ पानी ही नहीं, बल्कि आप जूस, नारियल पानी (कोकोनट वॉटर), छाछ और नींबू पानी जैसे हेल्दी ड्रिंक्स भी शामिल कर सकते हैं।

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पानी की कमी और बच्चे पर खतरा

अगर शरीर में पानी की कमी हो जाती है, तो इसका सीधा असर होता है एमनियोटिक फ्लूइड (वह द्रव जो गर्भ में बच्चे के चारों ओर होता है) पर। जब यह फ्लूइड कम होता है, तो शिशु गर्भ में पॉटी कर सकता है जिससे स्थिति तुरंत इमरजेंसी हो जाती है। ऐसी हालत में डॉक्टर को मजबूरी में सी-सेक्शन यानी ऑपरेशन से डिलीवरी करनी पड़ती है, क्योंकि नॉर्मल डिलीवरी जोखिम भरी हो जाती है।

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क्या करें – कैसे बचें इस गलती से?

दिन में 3 से 4 लीटर पानी या हेल्दी फ्लूइड्स ज़रूर लें
नारियल पानी, ताजा जूस, छाछ, नींबू पानी को डाइट में शामिल करें
बार-बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी पिएं, प्यास लगने का इंतजार न करें
डॉक्टर से हाइड्रेशन को लेकर नियमित सलाह लें

प्रेग्नेंसी में पानी की कमी एक ऐसी चीज है जिसे आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है। लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया गया, तो इसका असर मां और बच्चे दोनों की सेहत पर पड़ सकता है। इसलिए अगर आप या आपके घर में कोई प्रेग्नेंट है, तो यह सुनिश्चित करें कि वह दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी और लिक्विड्स ले रही है। एक छोटी-सी सावधानी, नॉर्मल डिलीवरी की संभावना को बरकरार रख सकती है।
 

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