बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल मायानगरी का जाना-माना नाम है। काजोल पहली ऐसी एक्ट्रेस नहीं हैं जिन्होंने बॉलीवुड पर राज किया, बल्कि उनके परिवार की कई पीढ़ियों की औरतों ने बॉलीवुड में अपनी खास पहचान बनाई। उन्हीं में से एक काजोल की मासी नूतन थी जो 50-60 के दशक की सिंपल और खूबसूरत एक्ट्रेस कहलाती थी। नूतन अपनी बहनों में सबसे बड़ी थीं। नूतन अपनी मां के बेहद करीब थीं और उनके सपनों को भी उनकी मां ने ही उड़ान दी थी लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब नूतन और उनकी मां के बीच रिश्ते बेहद खराब हो गए। बात यहां तक पहुंच गई थी कि नूतन ने मां से बोलना तक बंद कर दिया था। चलिए जानते है इसके पीछे की वजह।
नूतन बतौर बाल कलाकार फिल्म ‘नल दमयंती’ से डेब्यू किया था। इसी साल उन्हें फिल्म हमारी बेटी ऑफर हुई जो उनकी मां शोभना समर्थ ने ही बनाई थी। नूतन को शोभना ने अपने प्रोडक्शन हाउस ‘शोभना पिक्चर्स’ से बॉलीवुड में लॉन्च किया था। इस कंपनी में नूतन भी मां की हिस्सेदार थीं। नूतन फिल्मों से जो भी कमाई करती थीं, वह सारा पैसा कंपनी में ही जाता था। कंपनी के सारे फाइनेंशियल मामले शोभना समर्थ खुद संभाला करती थीं। नूतन भी अपनी मां पर भरोसा करती थी। यही वजह थी कि नूतन ने कभी भी प्रोडक्शन के किसी काम में कोई दखल नहीं दिया लेकिन भरोसे की ये मजबूत दीवार तब टूटी जब इनकम टैक्स ऑफिस से बकाया टैक्स चुकाने के लिए घर पर एक लेटर आ गया जो शोभना समर्थ ने अपनी बेटी के हाथों में थमा दिया और सारा टैक्स नूतन को चुकाने के लिए कह दिया।
नूतन ने मां को कोर्ट में घसीटा
टैक्स की रकम भी ज्यादा थी और नूतन कंपनी में सिर्फ 30 प्रतिशत प्रोफिट की हिस्सेदार थीं। नूतन ने अपनी मां से साफ कह दिया कि वो सिर्फ अपने हिस्से का टैक्स भरेगी। नूतन ने कहा कि मेरी तो सारी कमाई कंपनी में जाती हैं, फिर मैं पूरा टैक्स क्यों भरूं लेकिन मां शोभना जिद्द पर अड़ी रही। शोभना अपनी किसी प्रॉपर्टी को बेचकर टैक्स नहीं भरना चाहती थी। नूतन को भी समझ आ गया कि इस वक्त उनकी मां के आगे पैसे और प्रॉपर्टी से बढ़कर कुछ नहीं है। मां के इस लालच को देखकर नूतन ने घर छोड़ दिया और उस परिवार से अपने सारे रिश्ते तोड़ लिए। नूतन ने अपनी मां शोभना समर्थ को कोर्ट तक घसीटा, नूतन ने मां पर आरोप लगाया था कि उन्होंने उनके फंड्स का गलत तरीके से इस्तेमाल किया। यह विवाद मां-बेटी के रिश्ते में तो दरार लाया ही, लेकिन साथ ही बहन तनुजा से भी नूतन को चिढ़ होने लगी थीं। एक बार चेन्नाई के लिए फ्लाइट पर चढ़ी, उसी फ्लाइट में तनुजा भी थी जिन्हें देखते ही नूतन उस फ्लाइट से उतर कर दूसरी फ्लाइट में बैठ गई।
20 साल तक चला मां-बेटी का विवाद
यह पारिवारिक विवाद करीब 20 साल तक चला। इस दौरान नूतन ने अपनी मां शोभना से एक बार भी बात नहीं की थी। शोभना ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था- 'मैं नूतन को एक किताब की तरह पढ़ सकती हूं। शादी के बाद यह सब बदल गया। हम दूर हो गए और फिर वह घटना हुई, जिसने हमारे रिश्ते को 20 साल तक के लिए तोड़ दिया।' जी हां, शोभना और उनका परिवार नूतन के पति को भी इस बात का जिम्मेदार ठहराने लगा था। नूतन ने साल 1959 में नूतन की शादी लेफ्टिनेंट कमांडर रजनीश बहल से शादी कर ली। शादी के बाद भी नूतन फिल्मों में काम करती रही। यह विवाद सुलझा तो एक बार फिर मां-बेटी का मिलन हो गया। 1990 में नूतन को कैंसर डिटेक्ट हुआ और 1991 में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। बेटी के जाने के बाद आंखों में आंसू लिए मां शोभना ने आखिरी शब्द कहे- मेरी मीराबाई चली गई।
जी हां, नूतन की मां उन्हें मीराबाई कहती थी लेकिन जब नूतन ने उन्हें कोर्ट तक घसीटा तो उस वक्त शोभना टूट गईथी।