देश के अमीर बिजनेसमेन मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी को आज सारा देश जानता है। पति की तरह ही नीता भी एक एजुकेशनिस्ट, एक आर्टिस्ट, एक बिजनेसवुमन के रूप में अलग पहचान रखती हैं हालांकि नीता खुद एक मिडल क्लास फैमिली की बेटी थी। शादी से पहले वह एक टीचर थी और करीब 700 रु. महीना वेतन लेती थी लेकिन अंबानी बहू बनने के बाद नीता अंबानी की पूरी जिंदगी ही बदल गई। आज उनकी लुक से लेकर उनकी लाइफस्टाइल सब बदल गया है हालांकि कुछ चीजें ऐसी भी है जो आज भी नीता अंबानी की लाइफ में वैसे की वैसी ही हैं ।
नीता अंबानी को बहू के रूप में उनके ससुर धीरूभाई अंबानी ने ही पसंद किया था। दरअसल, उन्होंने नीता को एक क्लासिक डांस परफॉर्मेंस के दौरान देखा था। वहीं पर उन्होंने नीता को अपनी बहू बनाने का फैसला किया था। नीता अंबानी एक ट्रेंड इंडियन क्लासिकल डांसर हैं। भले ही वह आज एक बिजनेस वुमन है लेकिन उन्होंने अपने इस पैशन को कभी नहीं छोड़ा। आपने भी देखा होगा कि अपने हर फैमिली फंक्शन में नीता डांस परफार्मेंस जरूर देती हैं। इतना ही नहीं वह आर्ट कल्चर को बढ़ावा देने के काम में भी जुटी हुई हैं।
नीता ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह छः साल की थी जब से वह भरतनाट्यम सीख रही हैं। क्लासिक डांस उनकी एक ऐसी च्वाइस रहा है जिसने नीता को आत्मविश्वास दिया और सशक्त किया। डांस उनके लिए एक मेडिटेशन है। आज वह आपके सामने खड़ी है, वह इसी रूप की बदौलत है। एक कला के रूप में यह उनके साथ जुड़ा है। नीता मुकेश अंबानी कल्चर सेंटर के जरिए नीता इंडियन आर्ट एंड कल्चर को आगे बढ़ाने के भरसक प्रयासों में लगी है। ईशा अंबानी ने कहा था कि उनकी मां एक डेडिकेट डांसर है और वह नियमित रूप से डांस प्रेक्टिस के लिए समय निकालती रही है। उन्होंने अपनी इस कला को अपना पूरा समर्पण दिया है।
भले ही वह आज सबसे अमीर बिजनेसमेन परिवार से है लेकिन इसके बावजूद आज भी उनके संस्कारों में कमी नहीं आई है। लाइफस्टाइल भले ही लग्जरी हो गया हो लेकिन नीता ने कभी मर्यादा की सीमा पार नहीं की। इसकी एक झलक उनके कपड़ों से ही छलकती है। नीता अंबानी जिनकी पार्टीज में पूरा बॉलीवुड बन-ठन के निकलता है लेकिन नीता ने अपने सादगी भरे पहरावे से ही सबको अट्रैक्ट किया। गुजराती ड्रेसअप में एकदम ट्रडीशनल रॉयल अंदाज ही उन्हें सबसे हटकर लुक देता है।
परिवार को कैसे तालमेल में रखना है, एक जुट रखना है? नीता ने अपने ससुर धीरुभाई अंबानी से सीखा। धीरूभाई अंबानी बिल्कुल ऐसे ही थे, जो काम के साथ-साथ अपने परिवार के बीच भी तालमेल बैठाना पसंद करते थे। नीता अंबानी ने इस बात का जिक्र करते हुए बताया था कि, 'पापा एक कठिन टास्क मास्टर थे। वह हर दिन आधे घंटे की क्लास लेते और मुझसे देश-दुनिया के तमाम मुद्दों से लेकर शेयर मार्केट, पॉलिटिक्स, वर्ल्ड अफेयर्स और हमारी कंपनी रिलायंस से जुड़े सवाल पूछते थे, जिनका मैं ज्यादातर सही जवाब नहीं दे पाती थी। पापा हमें परख रहे थे कि हम कितना सीख चुके हैं। उनका सिखाया हुआ आज भी हमारे जेहन में ताजा है। '
आज भी नीता अंबानी उनके बताए नक्शे-कदम पर ही चल रही है और अपने परिवार को संजोए हुए हैं। अपने इन्हीं संस्कारों को नीता अंबानी कभी नहीं भूली।आप भले ही कितने ही बड़े व्यक्ति क्यों ना हो जाए लेकिन अपने संस्कारों को कभी ना भूलें अपने परिवार को एक साथ एक माला में पिरोकर रखें। यहीं आपकी सबसे बड़ी सफलता है।