ऋषि जी के जाने के बाद अपने आंसूओं के सैलाब को नीतू कपूर ने एक पोस्ट के जरिए दुनिया से साझा किया है। उन्होंने लिखा -' हमारी कहानी का अंत हो गया'। लेकिन उनकी कहानी का अंत हो ही नहीं सकता है। उनका प्यार सिर्फ उनके दिल में ही नहीं बल्कि हमारे अंदर भी जिंदा है। हम हमेशा कहते है कि कोई कपल परफेक्ट नहीं होता है। मगर कई बार समय सही नहीं होता जो लोगों को गलत साबित कर देता है।
नीतू और ऋषि के जिंदगी में भी कई ऐसे पड़ाव आए थे जिन्होंने उन दोनों को झंझोर कर रख दिया था। उस जमाने में 5 साल की डेटिंग के बाद बॉलीवुड का जाना-माना कपल बनना आसान नहीं था। सबकी नजर बस उनपर ही थी। लोगों का कहना था कि 'ये शादी नहीं चलेगी', मगर सबको गलत साबित करते हुए नीतू ने ऋषि का कभी साथ नहीं छोड़ा वहीं ऋषि भी आखिरी दम तक सिर्फ नीतू के ही थे।
मगर 90 के दशक में दोनों के दरमियान कई उलझनें आई जिन्होंने उन दोनों को कई समय के लिए गलतफहमियों का शिकार बनाए रखा। हम सबको पता है कि ऋषि जी का गुस्सा उनकी नाक पर ही रहता था। उन्हें शराब पीने की लत लग गई थी। रिपोर्ट्स की मानें तो गुस्से में आ कर नीतू ने घरेलू हिंसा मामले में ऋषि के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया था। वो उन्हें कुछ समय के लिए घर और परिवार दोनों को छोड़ कर भी चली गई थी। मगर जैसे ही उनका गुस्सा शांत हुआ वो अपने परिवार के पास वापस आ गई थी। उनका गुस्सा उनके रिश्ते की नींव को गिरा नहीं पाया।
मगर ये दुनिया इस कपल से इस मामले के सवाल जरूर पूछती रहती थी। एक बार नीतू ने बिना डरे एक इंटरव्यू में कहा था कि '‘किसी भी कपल के रिश्ते में एक दौर ऐसा आता ही है जब चीज़ें ठीक नहीं चल रही होती हैं और कई परेशानियां आती हैं। मेरे और ऋषि के साथ भी ऐसा ही हुआ था। ये कुछ ऐसी समस्या थी जिसे पति पत्नी ही समझ सकते हैं। सौभाग्य से हम इन परेशानियों को सुलझाने में कामयाब रहे और हम उन चीज़ों को भुलाकर आगे बढ़ चुके हैं।’
हालांकि नीतू ने छोटी उम्र से ही फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। लेकिन शादी के बाद उन्होंने फिल्मों में काम करना छोड़ दिया था। जब उन्होंने ऋषि से शादी की थी तब वो टॉप एक्ट्रेसेज में से एक थी। मगर उन्होंने फिल्मों को छोड़ परिवार को चुना जोकि उनका निजी फैसला था। बतादें कि उन्होंने शादी के 26 साल के बाद 2009 में इम्तियाज अली की फिल्म 'लव आज कल' से बॉलीवुड में दोबारा एंट्री की, इस फिल्म में वो ऋषि कपूर के साथ ही नजर आईं थी। फैंस को इस पल का बेहद इंतजार था। आखिरकार वो घड़ी आ ही गई जब उन दोनों को एक साथ स्क्रीन पर लोगों ने देखा। फिल्म 'जब तक है जान' में उनकी जोड़ी ने लोगों का दिल ही नहीं बल्कि यादों का गलियारा भी अपने नाम करवा लिया। 12 से ज्यादा फिल्मों में इनकी नौक-झोंक और असल जिंदगी में इनकी मिठास यही कहती है कि इनकी कहानी का अंत नहीं हो सकता। ऋषि जी आज भी नीतू जी के आंखों में हमें दिखाई देते है।