कोरोना वायरस महामारी के बाद अब मंकीपॉक्स ने बवाल मचाना शुरू कर दिया है। कई देशों में तबाही मचा रहे इस खतरनाक वायरस ने कनाडा में आतंक मचा दिया है। यहां संक्रमितों की संख्या 800 के पार हो गई है, जो बाकी देशों के लिए बेहद चिंता का विषय बन गया है।
स्वास्थ्य एजेंसी के मुताबिक बुधवार तक पुष्टि किए गए मामलों में से 423 मामले ओंटारियो से, 373 क्यूबेक से, 78 ब्रिटिश कोलंबिया से, 13 अल्बर्टा से, दो सस्केचेवान से और एक युकोन से सामने आए हैं। इस संकट को देखते हुए कनाडा सरकार ने इम्वाम्यून टीकों की 70,000 से अधिक खुराकों को तैनात किया है और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रियाओं के प्रबंधन के लिए अधिकार क्षेत्र के साथ सक्रिय रूप से काम करना जारी रखा है।
खबरों की मानें तो कनाडा की नेशनल माइक्रोबायोलॉजी लैबोरेटरी मंकीपॉक्स का कारण बनने वाले वायरस के लिए नैदानिक परीक्षण कर रही है। वहीं इसी बीच केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स के मामलों से निपटने के लिए मौजूदा दिशा निर्देशों पर पुनर्विचार करने को लेकर शीर्ष स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक बैठक बुलाई है। देश में मंकीपॉक्स के अब तक नौ मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से एक मरीज की मौत हो गयी है।
केंद्र द्वारा ‘‘मंकीपॉक्स बीमारी के प्रबंधन पर जारी दिशा निर्देशों’’ के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति ने पिछले 21 दिनों के भीतर प्रभावित देशों की यात्रा की है और उसके शरीर पर लाल चकत्ते पड़ने, लसिका ग्रंथियों में सूजन, बुखार, सिर में दर्द, शरीर में दर्द और बहुत ज्यादा कमजोरी जैसे लक्षण दिखायी देते हैं तो उसे ‘संदिग्ध’ माना जाएगा।
अगर कोई व्यक्ति किसी संक्रमित में पहला लक्षण दिखायी देने और त्वचा पर जमी पपड़ी के गिर जाने तक की अवधि के दौरान उसके एक से अधिक बार संपर्क में आता है तो उसे संपर्क में आया व्यक्ति माना जाएगा। डब्ल्यूएचओ ने हाल में मंकीपॉक्स को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति घोषित किया था। उसके अनुसार, मंकीपॉक्स पशुओं से मनुष्यों में फैलने वाला संक्रमण है और इसके लक्षण चेचक जैसे होते हैं।