नारी डेस्कः नवरात्रि के शुभ अवसर पर हर कोई, मां दुर्गा का गुणगान करता है। हर भक्त यहीं चाहता है कि उसे देवी दुर्गा की असीम कृपा प्राप्त हो और मां आशीर्वाद के रूप में उन्हें सुख-समृद्धि दें। सच्ची श्रद्धा और सच्चे मन से आप जो भी करेंगे माता रानी उसे स्वीकार करती हैं। चलिए आपको मां दुर्गा को प्रसन्न करने के कुछ उपाय और नियम बताते हैं।
साक्षात मां दुर्गा का रूप होती हैं ये कन्या (Maa Durga Ka Roop)
नवरात्रि के दौरान, अगर किसी के घर बेटी पैदा हो तो उसे साक्षात मां दुर्गा का रूप माना जाता है। मां दुर्गा साक्षात आपके घर कन्या के रूप में विराजमान होती है। इनके पूजन से मां दुर्गा शीघ्र प्रसन्न हो जाती है। ऐसे घर में माता रानी की असीम कृपा बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि हर स्त्री में मां दुर्गा का रूप होता है इसलिए मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कन्या पूजन का विशेष महत्व है।
कन्या पूजन और उपहार (Kanya Pujan Gifts)
हर कन्या में मां दुर्गा का वास होता है।अगर आप कन्या पूजन करेंगे तो देवी दुर्गा का आशीर्वाद आपको अवश्य ही मिलेगा। मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कन्याओं को भोजन करवाना और उन्हें उपहार देना अच्छा माना जाता है।
मां दुर्गा को कैसे करें प्रसन्न? (Mata rani ko prasann kaise kare)
देवी पुराण और दुर्गा सप्तशती जैसे शास्त्रों का पाठ करें। मंगलवार के दिन दुर्गा स्तुति व नवरात्रि के दौरान दुर्गा स्तुति पाठ करने से मां जल्दी प्रसन्न भी होती है और आपकी हर इच्छा पूरी भी होती है। घर और परिवार के सदस्य में पॉजिटिविटी बनी रही है। बीमारियों का वास नहीं होता। संतान सुख की प्राप्ति होती है।
माता रानी की पूजा आरती में घी का दीपक जरूर जलाए। बहुत से लोग घर में अखंड ज्योति जलाते हैं। सुबह और शाम दोनों समय, मां दुर्गा की पूजा करते हैं। पूजा शुरू करने से पहले गणेश जी का ध्यान करना ना भूलें क्योंकि हर शुभ कार्य की शुरुआत गणपति जी की पूजा से ही होती है।
मां दुर्गा को लाल रंग सबसे प्रिय है। उन्हें लाल रंग के फूल, मेहंदी, लाल चूड़ा और श्रृंगार आदि जरूर अर्पित करें। नारियल जरूर चढ़ाएं।
मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार का दिन भी खास माना जाता है। इस दिन मां मंगलागौरी की पूजा की जाती है।
मां दुर्गा के 108 नामों का जाप करें या दुर्गा के हर स्वरूप के बीज मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप या पूजा के तुरंत बाद भोजन न करें।
मां दुर्गा का मंत्र, हर कार्य होगा पूरा (Devi Durga Ke Poweful Mantra)
मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के मौके पर कुछ मंत्रों के जाप की विशेषता बताई गई है। इन मंत्रों का जाप करने से जीवन में आने वाले सभी दोष और बाधाएं दूर हो जाती हैं। आप इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं लेकिन मंत्रों का उच्चारण गलत ना करें। आप इन मंत्रों को सुन भी सकते हैं।
1. ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी।
दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।।
2. या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु मातृरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु दयारूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु शांतिरूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।
3. सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके।
शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।
4. नवार्ण मंत्र ‘ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै’ का जाप अधिक से अधिक अवश्य करें.
5. पिण्डज प्रवरा चण्डकोपास्त्रुता।
प्रसीदम तनुते महिं चंद्रघण्टातिरुता।।
पिंडज प्रवररुधा चन्दकपास्कर्युत । प्रसिदं तनुते महयम चंद्रघंतेति विश्रुत।
देवी दुर्गा होगी नाराज, ये काम ना करें
किसी को अपशब्द ना कहें किसी की निंदा ना करें।
नवरात्रि के दिनों में लहसुन-प्याज, मांस मदिरा का सेवन ना करें।
काले-नीले कपड़े पहनने से परहेज करें इसकी जगह लाल-पिंक,पीला और संतरी रंग का चुनाव करें।
नाखून और बाल ना काटें।