
नारी डेस्कः करिश्मा कपूर जोकि कपूर फैमिली की बड़ी लाडली बेटी हैं जिन्होंने इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया वो भी परिवार से बगावत करके क्योंकि कपूर फैमिली में बहू-बेटियों फिल्मों में काम नहीं कर सकती थी लेकिन करिश्मा ने ये परंपरा तोड़ दी। इसके लिए करिश्मा को बहुत स्ट्रगल करना पड़ा था हालांकि करिश्मा पहले ही फिल्मों में पहचान बना चुकी थी, इसलिए करीना के लिए काम करना इतना मुश्किल भरा नहीं रहा।
करिश्मा की आंखों और राज कपूर की अनूठी शर्त
सब कहते हैं कि करीना-करिश्मा अपने दादा राज कपूर जैसी दिखती हैं। खासकर उनकी आंखें। करिश्मा की आंखें अपने दादा राज कपूर जैसी नीली हैं और करीना की गहरी हरी हालांकि इन आंखों की वजह से ही करिश्मा कपूर को दादा राज कपूर ने भी अनूठी शर्त रख दी थी जिसके चलते करिश्मा कपूर की मां बबीता उस समय काफी उलझन में थी जब राज कपूर ने यह कह दिया था कि वह करिश्मा कपूर का चेहरा नहीं देखेंगे। चलिए आपको सालों पुराना किस्सा सुनाते हैं और करिश्मा की आंखों और राज कपूर की अनूठी शर्त पर था। यह अनोखा किस्सा बबीता कपूर ने ही अपने ससुर राज कपूर की बायोग्राफी "द वन एंड ओनली शोमैन" में साझा किया था। इस किस्से के मुताबिक, राज कपूर ने घर पर एक अनूठी शर्त रखी थी कि वह अपनी पोती को अस्पताल देखने तब ही जाएंगे जब उसकी आंखे नीली होंगी।

बबीता ने कहा था कि भगवान का शुक्र है कि करिश्मा की आंखें गहरी नीली थीं
इस किस्से को बताते हुए बबीता ने बताया था कि उस दिन पूरा परिवार ब्रीच कैंडी अस्पताल में उनके साथ था लेकिन उनके ससुर राज कपूर अस्पताल नहीं आए थे क्योंकि वह अपनी शर्त का इंतजार कर रहे थे। जब करिश्मा का जन्म हुआ तो उसकी आंखे नीली थी। जब ये बात राज कपूर को पता चली तो वह खुशी-खुशी अस्पताल जाकर अपनी पोती को देखने पहुंच गए। उस समय बबीता ने कहा था कि भगवान का शुक्र है कि करिश्मा की आंखें गहरी नीली थीं जो कि उनके ससुर राज कपूर की आंखों की तरह थीं।
इस बायोग्राफी में करिश्मा कपूर ने भी अपने दादा राज कपूर से अपने रिश्ते पर कई बातें शेयर की थी। लोलो ने बताया था कि जब वह टीनएजर थीं तो वह हमेशा अपने दादा जी को यह बताती थीं कि वह एक एक्ट्रेस बनना चाहती हैं। इस पर उन्हें सलाह देते हुए राज कपूर कहते थे कि एक्टर बनना आसान नहीं है, इसके लिए मेहनत और स्ट्रगल करने की जरूरत होती है। एक्टर को हमेशा सर्वश्रेष्ठ बनने का लक्ष्य रखना चाहिए।

बचपन की यादें साझा करते हुए करिश्मा कपूर ने कहा कि वह अक्सर अपने दादा की गोद में बैठकर अपने भविष्य के बारे में बात करती थीं। राज कपूर ने हमेशा उन्हें प्रोत्साहित किया और कहा कि एक दिन वह बड़ी स्टार बनेंगी। यह प्रेरणा और परिवार के सपनों का अद्भुत उदाहरण है, जिन्होंने उनके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बता दें कि बबीता कपूर भी अपने जमाने की बेहतरीन एक्ट्रेस रही हैं लेकिन शादी के बाद उन्होंने अपना फिल्मी करियर छोड़ दिया लेकिन जब बात बेटियों की आई तो बबीता ने बगावत कर दी थी क्योंकि वह चाहती थी कि उनकी बेटियां अपना करियर बनाए और एक बेस्ट एक्ट्रेस के तौर पर अपनी अलग पहचान कायम कर लें और ऐसा हुआ भी। करीना और करिश्मा दोनों ही बॉलीवुड की बेस्ट एक्ट्रेस में शामिल रही हैं। वैसे आपको करिश्मा कपूर और करीना कपूर में किसकी एक्टिंग ज्यादा पसंद है हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।