
नारी डेस्क: बॉलीवुड अभिनेत्री शेफाली जरीवाला ने 42 की उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह डाला। उनके निधन की खबर से हर कोई सदमे में है। दुख तो इस बात का है कि शेफाली मरने से पहले अपनी एक इच्छा नहीं पूरी कर पाई। वह मां तो नहीं बन पाई लेकिन वह एक बच्चा गोद लेना चाहती थी, कानूनी प्रक्रिया और तमाम पचड़ों के चलते उनका सपना हमेशा के लिए अधूरा रह गया।

शेफाली ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कुछ मेडिकल कंडीशंस और हेल्थ की वजह से वह मां नहीं बन पाईं, लेकिन वह बच्चा गोद लेना चाहती थी। एक्ट्रेस ने बताया था कि उनका पति और वह पिछले काफी समय से बच्चे को अडॉप्टर करने की कोशिश कर रहे हैं। मगर पहले कोरोना आ गया और फिर अन्य कारणों की वजह से वह पैरेंट्स नहीं बन पा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि सरोगेसी के जरिए पैरेंट्स नहीं बनाना चाहती।

कांटा लगा गर्ल ने कहा था- बच्चे को गोद लेनी की कानूनी प्रक्रिया भी लंबी होती है। कई माता पिता हैं जो बच्चा गोद लेना चाहते हैं लेकिन लाइन लंबी है। इसके लिए कानून भी सख्त है। कई बार तो 4 साल भी लग जाते हैं। उन्होंने कहा था कि मेरी शुरू से तमन्ना रही है कि मैं एक बच्चे को गोद लूं। उसकी परवरिश करूं और अपनी फैमिली बनाऊं। यहां बहुत सारे बच्चे हैं जिन्हें परिवार की जरूरत है। मैं और मेरे पति जेनेटिक लिकेंज की परवाह भी नहीं करते हैं। मगर बच्चे को गोद लेनी की प्रक्रिया इतनी आसान नहीं है।

एक्ट्रेस का कहना था कि- अपने बच्चों को तो सब प्यार करते है, लेकिन बड़ा वो होता है जो किसी और का बच्चा अपने घर में लाए और उसकी परवरिश करें, जब मुझे 12-13 साल की उम्र से ही अडॉप्ट का ऑप्शन समझ आया था तो मेरे मन में तभी से बच्चे अडॉप्ट करने का ख्याल आया था.'। उन्होंने यह भी कहा था कि- पति संग उम्र के बीच का फासला होने की वजह से मुझे मां बनने में कई दिक्कत आई है. हम लोग सारी कोशिश करके छोड़ चुके हैं, अब लगता है कि जब भगवान की मर्जी होगी जिसे हमारे घर आना होगा, वो आ जाएगा.'।