इन दिनों बाॅलीवुड इंडस्ट्री में नेपोटिज्म और कास्टिंग काउच के मुद्दे पर बहस चल रही है। इस समय हिंदी सिनेमा दो गुटों में बंट चुका है। जहां एक तरफ कुछ सेलेब्स इन मुद्दों पर खुलकर बात कर रहे हैं तो वहीं कुछ इसके खिलाफ बोल रहे हैं। इसी बीच एक्ट्रेेस ईशा कोप्पिकर ने इंडस्ट्री में चल रहे विवादों पर अपनी राय रखी है। ईशा कोप्पिकर का कहना है नेपोटिज्म, पक्षपात सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं बल्कि हर काम करने वाली जगह पर होता है।
बाहरी लोगों की हर मोड़ पर होती है परीक्षा- ईशा
हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में ईशा कोप्पिकर ने कहा, 'मैं इस बात को मानती हूं कि यहां हमारे जैसे बाहरी लोगों के लिए जगह नहीं है। लेकिन ऐसे कई स्टार किड्स हैं जो कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। शायद उनमें हुनर की कमी थी। हम बाहरी लोगों से हर मोड़ पर परीक्षा ली जाती है।' ईशा कहती हैं कि माधुरी दीक्षित, प्रियंका चोपड़ा जोनस, अनुष्का शर्मा, दीपिका पादुकोण ये सभी बाहरी लोग हैं और उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।
ईशा कोप्पिकर का कहना है कि इंडस्ट्री में ग्रुप बने होते हैं। लेकिन अब इसके बारे में कुछ किया भी नहीं जा सकता। वह बताती हैं कि हो सकता है कि वे लोग सिर्फ उन लोगों के साथ काम करना चाहते हों जिन्हें वो पसंद करते हैं या फिर जो उनके दोस्त हों या जो उन्हें अच्छे से सुनना चाहते हों। एक्ट्रेस का कहना है कि वह नहीं जानती कि अंदर क्या होता है और वह इसके बारे में सोचना भी नहीं चाहती।
कास्टिंग काउच पर बोलीं ईशा कोप्पिकर
ईशा कोप्पिकर ने कास्टिंग काउच के मुद्दे पर भी खुलकर अपनी बात रखी। ईशा कहती है कि इंडस्ट्री में ऐसा होता है। लेकिन यह कलाकार पर निर्भर करता है कि वे क्या चाहता है। ईशा का कहना है कि कास्टिंग काउच के सहारे अगर काम करना है तो कर सकते हो। ईशा ने तो यहां तक कह दिया कि फिल्म इंडस्ट्री की कई एक्ट्रेसेस ने ऐसा किया है और आज वह ऊंचे मुकाम पर हैं। इसके लिए भी एक्ट्रेस के पास ऑप्शन होता है। अगर आप नहीं चाहते हैं इस तरह मुकाम हासिल करना तो ऐसा न करें।
बता दें ईशा कोप्पिकर फिलहाल फिल्मों से दूर हैं। वह आखिरी बार साल 2011 में आई फिल्म 'शबरी' में नजर आईं थी। वहीं कहा जा रहा है कि वह जल्द ही राम गोपाल वर्मा की एक वेब सीरीज में दिखाई देंगी।