सालों से हम यह सुनते आ रहे हैं ‘हर कामयाब आदमी के पीछे एक औरत होती है’। क्योंकि औरत सोच ले तो पुरुष को कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता। इसका सबसे बड़ा उदाहरण है इन्फोसिस फाऊंडेशन की अध्यक्षा सुधा मूर्ति। अगर वह अपनी पति पर भरोसा करते हुए उन्हें हिम्मत ना देती तो आज दिग्गज आईटी कंपनी Infosys नहीं होती। उन्होंने अपने पति नारायण मूर्ति को 10,000 रुपये दिए थे जब वह अपनी कंपनी शुरू करना चाहते थे।
शिक्षा के क्षेत्र में निभाई अहम भूमिका
देश की पहली महिला इंजीनियर होने से लेकर इंफोसिस जैसी कंपनी की स्थापना करने तक सुधा मूर्ति की बदलाव लाने की इच्छा और शिक्षा ने बड़ी भूमिका निभाई है। उनका जन्म 19 अगस्त 1950 में कर्नाटक के शिवगांव में हुआ था। वह इन्फोसिस की अध्यक्षा के साथ लेखिका और समाजसेविका भी हैं। साल 2006 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए काफी यत्न करने पड़े थे। उनके घर वाले नहीं चाहते थे कि वह लड़कों के कॉलेज में जाकर इंजीनियरिंग करें लेकिन उनकी जिद के आगे घर वालों को झुकना पड़ा।
पढ़ाई के लिए करना पड़ा संघर्ष
सुधा मूर्ति बताती हैं कि कॉलेज में दाखिला लेने के बाद भी उनकी मुसीबत कम नहीं हुई। एडमिशन के लिए बीवीबी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के प्रिंसिपल ने उनके सामने तीन शर्तें रखीं थीं। पहली शर्त थी कि वे ग्रैजुएशन खत्म होने के बाद भी साड़ी में ही कॉलेज आएंगी। वहीं दूसरी शर्त थी कि वह कॉलेज कैंटीन नहीं जाएंगी और तीसरी शर्त थी कि वे लड़कों से बात नहीं करेंगी। सुधा ने बताया कि पहली दो शर्तें तो उन्होंने पूरी कर दीं लेकिन तीसरी शर्त कॉलेज के लड़कों ने पूरी नहीं होने दी। जब उन्होंने कॉलेज में टॉप किया तो लड़के खुद ही उनसे बात करने आने लगे।
पति को दी मेहनत की कमाई
नारायणमूर्ति की वजह से इन्फोसिस को दुनिया भर में जाना जाता है लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि सुधा टाटा इंडस्ट्रीज में काम करती थीं। इसी दौरान उन्होंने 10,000 रुपए जोड़े और नारायणमूर्ति को दिए, जिसके बाद इन्फोसिस की शुरुआत हुई। उन्होंने अपनी मेहनत की कमाई से नारायण मूर्ति के बिजनेस आइडिया में इन्वेस्ट करने का फैसला उस समय लिया जब भारत में आईटी सेक्टर शुरुआती स्टेज में था।
इंस्पायरिंग वुमन है सुधा मूर्ति
नारायण मूर्ति को पहली बार सुधा मूर्ति से उनके कॉलेज फ्रेंड प्रसन्ना ने मिलवाया था। वे जल्द ही एक-दूसरे को पसंद करने लगे और कुछ महीनों बाद शादी कर ली। "सादा जीवन उच्च विचार" के सिद्धांत को अपनी रियल लाइफ में अपनाने वाली सुधा मूर्ति आईटी इंडस्ट्रियलिस्ट और इंफोसिस के फाउंडर एन आर नारायणमूर्ति की पत्नी होने के साथ -साथ एक इंस्पायरिंग वुमन भी हैं। हर महिला को उनसे बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।