देश भर में अप्रैल से जून तक अत्यधिक गर्मी पड़ने की आशंका है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को यह जानकारी दी है। इस अवधि के दौरान मैदानी इलाकों के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक लू चलने की संभावना है। देश के विभिन्न हिस्सों में सामान्यत: चार से आठ दिनों की तुलना में 10 से 20 दिनों तक लू चलने की संभावना है। गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में गर्मी का सबसे बुरा प्रभाव पड़ने की आशंका है।
10 से 20 दिनों तक लू चलने की संभावना
आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि-‘‘अप्रैल में देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार है मध्य दक्षिण भारत में इसके उच्च आसार हैं।'' उन्होंने कहा कि पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तरी ओडिशा के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य या सामान्य से नीचे रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल में मध्य भारत के कई इलाकों और उत्तरी मैदानी इलाकों तथा दक्षिण भारत के आसपास के क्षेत्रों में सामान्य से अधिक लू वाले दिन रहने की संभावना है।
चिकित्सकों ने किया अलर्ट
चिकित्सकों का मानना है कि हीट वेव की स्थिति शरीर की कार्य प्रणाली पर प्रभाव डालती है। तत्काल उचित उपचार उपलब्ध ना होने की स्थिति में प्रभावित व्यक्ति की मृत्यु भी हो सकती है। ऐसे में लोगों से सावधान रहने और इस सिलसिले में प्रसारित चेतावनी पर ध्यान देने की सलाह दी है। चिकित्सकों ने कहा कि हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट कैंप के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सरदर्द, उबकाई, पसीना आना. मूछर आदि को पहचानने और कमजोरी अथवा मूछर जैसी स्थिति का अनुभव होने पर तत्काल चिकित्सीय सलाह लेनी चाहिये।
खाना-पीने का रखें ख्याल
-अधिक से अधिक पानी पिएं, यदि प्यास न लगी हो तब भी।
-यात्रा करते समय पीने का पानी अपने साथ अवश्य ले जाएं।
-ओआरएस, घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी, नींबू पानी।
-जल की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल एवं सब्जियों का प्रयोग करें जैसे तरबूजा, खरबूजा, संतरे, अंगूर, अन्नास और खीरा-ककड़ी।
लू से बचना है तो इन बातों का भी रखें ख्याल
-शरीर को ढक कर रखें। हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले हल्के वस्त्र पहनें।
- धूप के चश्मे, छाता, टोपी, व चप्पल का प्रयोग करें। अगर खुले में कार्य करते है तो सिर, चेहरा, हाथ पैरों को गीले कपड़े से ढक कर रखें।
-अधिक से अधिक समय तक घर या कार्यालय के अंदर रहें। उचित वायु संचरण वाले शीतल स्थानों पर रहें।
- सूर्य की सीधी रोशनी तथा हीट वेव को रोकने के लिए उचित प्रबंध करें और अपने घरों को ठंडा रखें।
-दिन में खिड़कियां, पर्दे तथा दरवाजे बंद रखें विशेषकर घर तथा कार्यालय के उन क्षेत्रों में जहां सूरज की सीधी रोशनी पड़ती हो।
-शाम/रात के समय घर तथा कमरों को ठंडा करने के लिए इन्हें खोल दें।
बच्चे और बुजुर्गो का रखें खाय ख्याल
चिकित्सकों ने चेतावनीदी कि एक वर्ष से कम आयु के शिशु तथा अन्य छोटे बच्चे, गर्भवती महिलायें, आउटडोर कार्य करने वाले व्यक्ति, बीमार व्यक्ति, विशेषकर हृदय रोगी अथवा उच्च रक्तचाप से ग्रस्त व्यक्ति, ऐसे व्यक्ति जो ठंडे क्षेत्रों से गर्म क्षेत्रों में जा रहे हों, वह सभी विशेष ध्यान रखें क्योंकि यह समूह हीट वेव के लिए अधिक संवेदनशील होता है। ऐसे बुजुर्ग तथा बीमार व्यक्ति जो एकांतवास करते हों, के स्वास्थ्य की नियमित रूप से देखभाल तथा समीक्षा की जानी चाहिए। दिन के समय में अपने घर के निचले तल पर प्रवास का प्रयास करें। शरीर के तापमान को कम रखने के लिए पंखे, गीले कपड़े इत्यादि का प्रयोग करें।
गर्मियों में ये चीजें खाने से करें परहेज
तेल और मसाला
गर्मी के मौसम में ज्यादा मिर्च मसाले वाले भोजन से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा ज्यादा तेल वाला खाना, सूखे मसालों के पाउडर का भोजन भी शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। खाने में ज्यादा मिर्च पाउडर, गर्म मसाला शरीर का मेटाबॉल्जिम स्तर बढ़ने लगता है।
चाय और कॉफी
गर्मी में ज्यादा चाय या कॉफी भी शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है। यह चीजें शरीर में गर्मी का स्तर बढ़ा सकती हैं।
जंक फूड
गर्मी के मौसम में जंक फूड, पिज्जा, बर्गर, चाउमीन, पास्ता, स्ट्रीट फूड्स, मोमोज, समोसा, फ्रेंच फ्राइज भी ज्यादा खाना सेहत को नुकसान पहुंचा स कता है।
नॉनवेज
ज्यादा नॉनवेज भी इस मौसम में स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। तंदूरी चिकन, मछली, सीफूड का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए, इनके सेवन के कारण पाचन से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती है।