एक्ट्रेस हिना खान ने हाल ही में अपने फैंस को बताया था कि वो गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स नाम की बीमारी से जूझ रही है। आम भाषा में इसे एसिड रिफ्लक्स भी कहते हैं। रमजान के दौरान एक्ट्रेस की हालत इतनी ज्यादा खराब हो गई थी कि वो रोजा छोड़ने तक का सोच रही थीं। इस बीमारी का नाम यकीनन सुनने में थोड़ा अजीब लगता है पर ये पेट से जुड़ी बीमारी भारतीय लोगों में आम है। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में विस्तार से...
क्या है गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD)
ये एक क्रॉनिक डिजीज हैं। ये तब होता है जब पेट का एसिड खाने की नली में प्रवाहित होने लगता है। इसमें अपच जैसा महसूस हो सकता है और सीने में जलन की शिकायत रहती है। बता दें भारत में ये बीमारी बहुत ज्यादा कॉमन है। हर साल लगभग इसके 10 मिलियन से ज्यादा केस सामने आते हैं। जीईआरडी समय के साथ ग्रासनली यानी की खाने की नली तक पहुंच जाती है। हफ्ते में 2 बार से ज्यादा खाने के बाद ये लक्षण दिखें तो ये GERD के लक्षण हो सकते हैं...
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) के लक्षण
-सीने में जलन या हार्ट बर्न
-बेचैनी महसूस होना
-खट्टी डकार
-ब्लोटिंग
-सूजन
-उल्टी या मतली की समस्या
-पेट में दर्द
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (GERD) के उपचार
कम मात्रा में खाना खाएं
पेट भरा होने पर ज्यादा खाना खाने पर भी एसिड रिफ्लक्स होता है। इसलिए पूरे दिन में थोड़ा- थोड़ा करके खाना खाएं। इससे गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज या एसिड रिफ्लक्स कम होगा।
सोने की पॉजीशन सही करें
एसिड रिफ्लक्स को कम करने के लिए अपने सोने की पॉजीशन को सही करें। सिर को आपके पैरों से 6 से 8 इंच ऊंचा रखना है। स्टैक्ड तकिए आमतौर पर आरामदायक नहीं होता है, इसलिए अपने ऊपरी शरीर को सहारा देने के लिए फोम के ताकिया का इस्तेमाल करें।
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं
अपनी डाइट में दलिया, ब्राउन चावल, शकरकंद, गाजर, चुकंदर और हरी सब्जियां शामिल करें। वहीं खीरा, सलाद, तरबूज, और हर्बल टी जैसे चीजों से पेट के एसिड को कम किया जा सकता है।