कवि हरिवंशराय बच्चन के कविता की ये लाइन 'कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती' गुरुग्राम के जुड़वा भाई आरव भट्ट और आरुष भट्ट पर पर सटीक बैठते हैं। इन दोनों भाइयों सिर्फ देखने में एक जैसे नहीं हैं बल्कि दोनों पढ़ने में भी बहुत तेज है। गुरुग्राम की सेक्टर- 69 ट्यूलिप व्हाइट सोसाइटी में रहने वाले इन भाइयों ने जेईई मेन जैसे tough engineering entrance एग्जाम को टॉप किया है। परिजन इनकी सफलता से फूले नहीं समा रहे हैं। इस एग्जाम में करीब 12 लाख से ज्यादा candidates भाग लेते हैं। इसमें से आरव ने 100 % मार्क्स हासिल किए हैं, वहीं देश के उन 23 candidates में से एक हैं, जिन्होंने ये मुकाम हासिल किया है।
दूसरे भाई ने भी कर दिखाया कमाल
वहीं आरव के जुड़वा भाई आरुष ने भी इस परीक्षा में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने 99.65 % हासिल किए हैं। परिवार और रिश्तेदारों को जब से ये खबर मिली है, तब से घर में खुशी का माहौल है। अब ये दोनों एडवांस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। इन्होंने इस एग्जाम की तैयारी के लिए बहुत ही कड़ी मेहनत की थी।
मोबाइल और खेल- कूद से बना ली थी दूरी
आरव- आरुष के पिता खुद इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं और मां ने एमएससी मैथ किया है। मां ने ही उन्हें मैथ पढ़ाया। दोनों भाइयों की इस वजह से मैथ- साइंस अच्छी थी, तो उन्होंने इंजीनियर बनने की सोची। देर रात तक पढ़ाई करने के साथ ही माता- पिता और टीचर के गाइडेंस की वजह से आज वह देश के टॉप 23 टॉपर में से एक हैं। आरव ने बताया कि जब वह 9वीं क्लास में थे तो लॉकडाउन लगा हुआ था। उस समय में लोग जहां मोबाइल में भी टाइमपास कर रहे थे, इन दोनों ने मोबाइल- खेल से दूरी बना ली और इसी बात का उन्हें आज फायदा मिला है।
आरुष का ये है लाइफ गोल
आरुष का सपना आईआईटी में मैथ प्रोफेसर बनने का तय किया था। वो आईआईटी में मैथ प्रोफेसर बनकर देश के एजुकेशन सिस्टम को सुधारना चाहते हैं। एग्जाम के लिए तैयार करते समय उन्होंने सोशल मीडिया, मोबाइल से दूरी बना ली। फिलहाल दोनों भाई एडवांस की तैयारी में लग गए हैं। ये दोनों भाई आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है।