नारी डेस्कः सर्दियों के मौसम में गठिया (Arthritis) और जोड़ों के दर्द की समस्या कई लोगों के लिए आम हो जाती है। ठंडी हवाओं और कम तापमान के कारण जोड़ों में अकड़न, दर्द और सूजन बढ़ सकती है। इस मौसम में सही खानपान, गर्म पानी और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज से राहत मिल सकती है। साथ ही कुछ खाद्य पदार्थ सूजन को बढ़ाते हैं, जबकि कुछ इसे कम करते हैं। अगर गठिया के मरीज अपने आहार और जीवनशैली का ध्यान रखें, तो सर्दियों में भी जोड़ों की तकलीफ को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। गठिए (Arthritis) की समस्या के लक्षण व्यक्ति की उम्र, बीमारी के प्रकार और मौसम के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन आमतौर पर इसके प्रमुख लक्षण इस प्रकार होते हैं...
जोड़ों में लगातार या बार-बार दर्द रहना
सुबह उठते ही जोड़ों में अकड़न महसूस होना
चलने-फिरने या काम करने में परेशानी
जोड़ों में सूजन, लालिमा या गर्माहट
घुटनों, उंगलियों, कलाई या टखनों में जकड़न
जोड़ों से आवाज़ आना (कट-कट या चरमराहट)
थकान और कमजोरी महसूस होना
ठंड के मौसम में दर्द का बढ़ जाना

गठिया के मरीजों के लिए सर्दियों में आहार
1. क्या खाएं (सर्दियों में सुरक्षित और लाभकारी खाद्य पदार्थ)
विटामिन D और कैल्शियम युक्त आहार: दूध, दही, पनीर, और हरी पत्तेदार सब्जियां। यह हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड: अलसी के बीज, अखरोट, और मछली (सालमन, मैकेरल) सूजन कम करने में मदद करते हैं।
फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स: फल और सब्जियां जैसे संतरा, सेब, गाजर, टमाटर, पालक और ब्रोकली।
हल्दी और अदरक: हल्दी में करक्यूमिन और अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करते हैं।
सर्दियों की ताजगी वाले मसाले: लौंग, दालचीनी, काली मिर्च, जायफल – ये रक्त संचार बढ़ाकर जोड़ों को गर्म रखते हैं।
2. क्या ना खाएं (सर्दियों में जोड़ों के लिए हानिकारक चीजें)
ज्यादा तली और जंक फूड: फ्राईड स्नैक्स, पिज्जा, बर्गर-ये सूजन बढ़ाते हैं।
शक्कर और प्रोसेस्ड मिठाइयां: रक्त में सूजन बढ़ा सकती हैं और जोड़ों की तकलीफ को बढ़ाती हैं।
अत्यधिक रेड मीट: मांस और सॉसेज जैसी चीजें यूरिक एसिड बढ़ा सकती हैं, जिससे गठिया के दर्द में वृद्धि हो सकती है।
अत्यधिक नमक: नमक अधिक लेने से शरीर में सूजन और जोड़ों में दर्द बढ़ सकता है।
कोल्ड ड्रिंक और सोडा: ये शरीर में इंफ्लेमेशन को बढ़ाते हैं।
सर्दियों में गठिया के मरीजों के लिए उपाय
गर्म पानी और स्नान: ठंड से जोड़ों की कठोरता बढ़ती है। रोज़ाना गुनगुने पानी से स्नान करना या गर्म पैक से प्रभावित जगह को गर्म रखना लाभकारी है।
हल्की फिजिकल एक्टिविटी: योग, स्ट्रेचिंग, वॉक-ये रक्त संचार और जोड़ों की गति बनाए रखते हैं।
हर्बल तेल से मसाज: तिल का तेल या सरसों का तेल जोड़ों पर हल्का मसाज करें।
वजन नियंत्रित रखें: अधिक वजन जोड़ों पर दबाव बढ़ाता है, जिससे दर्द बढ़ता है।