आपने बहुत से लोगों को कहते सुना होगा कि उनके हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं। ऐसे तब होता जब ब्लड फ्लो स्लो हो जाता है और अच्छे से नसों में दौरा नहीं कर पाता लेकिन अगर ये सुन्नपन बार-बार हो रहा है तो तुरंत गौर करने वाली बात है क्योंकि यह नसों के ब्लॉकेज होने की निशानी भी हो सकती है। इसके अलावा सुन्नपन होने की वजह खून की कमी, डायबिटीज, विटामिन्स व मिनरल्स की कमी, थायराइड हो सकता है। लेकिन अगर ये नस ब्लॉकेज हो तो सर्दियों में ये परेशानी ज्यादा बढ़ जाती है। नसों की ब्लॉकेज कही भी हो सकती है जैसेः दिल, हाथ- पैर की नसों में। खासकर पैरों और जांघों में नसों की ब्लॉकेज की समस्या ज्यादा होती है। नीली रंग की नसें एक जगह रस्सी की तरह गुच्छों में इक्टठी हो जाती है जिसे वेरिकोज वेन्स कहते हैं। समस्या बढ़ने पर डाक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं लेकिन आप कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से शरीर की सारी नसों को खोल सकते हैं क्योंकि ये नुस्खे नसों से सारी गंदगी बाहर निकाल फैंकते हैं जिससे खून का प्रवाह फिर से सही हो जाता है।
सारी बंद नसें खोल देगा लहसुन और दूध का देसी नुस्खा
यह नुस्खा इतना कारगार है कि ये सिर्फ आपके शरीर की बंद नसें ही नहीं खोल देगा बल्कि जोड़ो का दर्द, चोट लगने पर होने वाले दर्द को भी जड़ से खत्म कर देगा। बस दूध में कुछ लहसुन की कलियां उबालें और उनका सेवन करें। खाने में भी लहसुन का इस्तेमाल ज्यादा करें। लहसुन वाले तेल से नीली नसों की मसाज करें।
लहसुन-अदरक, गर्म पानी और काढ़ा
लहसुन अदरक का सेवन अधिक करें क्योंकि ये दोनों चीजें ही नसों की अंदरूनी सफाई करती रहती है। इसके अलावा ग्रीन टी, तुलसी-दालचीनी का काढ़ा आदि पीएं। गर्म गुनगुना पानी पीते रहे। यह सब चीजें आपकी नसों को साफ ही करती है।
गर्म तेल की मसाज
शरीर के जिस हिस्से में आपको बार-बार सुन्नपन हो रहा है वहां गर्म तेल की मसाज शुरू करें आप जैतून, नारियल, तिल या सरसों का तेल आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस इसे अच्छे से गर्म करें और शरीर की मसाज। तिल के तेल को बिना गर्म करें ही इस्तेमाल करें।
गर्म पानी से सिंकाई
ब्लड सर्कुलेशन सही करने के लिए गर्म पानी की सिंकाई भी अच्छी मानी जाती है। इससे मांसपेशियों और नसों को आराम मिलता है। आप गर्म पानी बोतल या फिर हीट बैग का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
हल्दी वाला दूध
सर्दी के मौसम में हल्दी वाला दूध जरूर लें। हल्दी, ब्लड सर्कुलेशन को सही रखने में बेहद मददगार होती है। इससे दर्द और सूजन से भी आराम मिलता है। इसलिए सब्जी के रूप में या दूध में डालकर इसका सेवन जरूर करें।
डाइट का अहम रोल
आपकी डाइट का भी इसमें अहम रोल है। विटामिन बी, बी6 और बी12 लें। दूध,पनीर, दही, केला बींस ओटमील आदि लें। अगर हाथ-पैर सुन्न होने का कारण अनीमिया है तो भी खून की कमी से हाथ पैरों में झुनझुनाहट रहती हैं इसलिए डाइट में आयरन कैल्शियम भरपूर लें। खून बनाने वाले आहार जैसे गाजर सेब, अनार, चकुंदर खाएं। सुखे मेवे में अंजीर, भीगे हुए बादाम, अखरोट, किशमिश खाएं। फल और हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करें।
योग व एक्सरसाइज ना भूलें
बता दें कि नसों में ब्लॉकेज की समस्या उन्हें ही अधिक होती है जो सही डाइट नहीं लेते और फिजिकिल एक्टिविटी ना के बराबर करते हैं और घंटों एक ही पोजिशन में बैठे रहते हैं। ऐसे लोगों के शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही से नहीं होता। इन्हें नियमित सैर व योग करना चाहिए। एक्सरसाइज कर पसीना बहाना चाहिए ताकि नसें खुलें।
ध्रूमपान और एल्कोहल के सेवन से दूर रहे क्योंकि धूम्रपान करने से पेरिफेरल आर्टरी डिसीज होता है जिससे पैरों में सही से ब्लड सर्कुलेशन सही से हो नहीं पाता। नसों में ब्लॉकेज आने लगती हैं। आज के समय में नसों के बंद होने की परेशानी सबसे अधिक है इसलिए इस ओर समय पर ध्यान देना जरूरी है ताकि सर्जरी व दवाइय़ों से बचा रहा जा सकें। अगर आप इन बताए नुस्खों को फॉलो कर लेते हैं तो आपकी नसों में ब्लॉकेज की परेशानी दूर रहेगी।