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प्रेगनेंसी के तीसरे तिमाही में पहुंची कॉमेडियन कपिल की वाइफ गिन्नी, बरत रही ये सावधानियां

  • Edited By neetu,
  • Updated: 27 Nov, 2020 03:19 PM
प्रेगनेंसी के तीसरे तिमाही में पहुंची कॉमेडियन कपिल की वाइफ गिन्नी, बरत रही ये सावधानियां

कॉमेडी के बादशाह कपिल शर्मा की पत्नी दूसरी बार मां बनने जा रही है। वह अपनी प्रेगनेंसी के आखिरी तिमाही में पहुंच चुकी है। ऐसे में गिन्नी अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए कुछ खास सावधानियां बरत रही है। मगर इस दौरान हर गर्भवती महिला को इन सावधानियां का ध्यान रखने की जरूरत होती है। ताकी मां और बच्चा दोनों स्वस्थ रह सके। ऐसे में अगर आप भी गिन्‍नी चतरथ की तरह प्रेगनेंसी के तीसरी तिमाही है तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि इस समय सेहत से जुड़ी किन बातों का ध्यान रखना चाहिए...

सबसे पहले जानते है कि तीसरा तिमाही कब शुरू होता है...

प्रेगनेंसी टाइम कुल 40 हफ्तों व 9 महीनों का होता है। इसमें आखिर तीन महीनों को तीसरी तिमाही कहते हैं। इस समय बच्चे का गर्भ में पूरी तरह से विकास हो जाता है। ऐसे में महिलाओं को इस दौरान शारीरिक और भावनात्‍मक रूप से मजबूत होने की जरूरत होती है। तो चलिए जानते हैं कि इस दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए...

पूरा आराम लें

डिलीवरी के समय शरीर में एनर्जी बनाएं रखने के लिए इस टाइम पीरियड में पूरी तरह आराम करें। असल में, बच्चे का विकास होने के चलते मां को उसका वजन सहना पड़ता है। ऐसे में इसके चलते थकान, शरीर में दर्द हो सकता है। 

मेडिटेशन करें 

माना जाता है कि बच्चा मां के गर्भ से ही बहुत सी चीजों को सीख लेता है। ऐसे में मां का खुश रहना बेहद जरूरी है। ऐसे में बेवजाह चिंता करने से बचें। आप इसे दूर करने के लिए मेडिटेशन का सहारा ले सकती है। इससे आपका मन शांत होने के साथ अंदर से खुशी महसूस होगी। 

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खुश रहें 

अपने परिवार व दोस्तों के साथ बातें करके खुशी महसूस करें। आप चाहे तो टी.वी. में कॉमेडी फिल्म भी देख सकती है। 

एक्‍सरसाइज

वैसे तो गर्भाव्स्था में योगा व हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करना फायदेमंद होता है। मगर सभी का शरीर अलग-अलग तरह का होता है। ऐसे में कई महिलाओं के लिए ये सुरक्षित नहीं होती है। ऐसे में प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में एक्सरसाइज करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क करें। 

इन कामों को करने से बचें

- गर्भव्यस्था के आखिरी दिनों में ज्यादा काम ना करें। 
- ज्यादा बार सीढ़िया चढ़ने व उतरें ना। 
- कोई भी भारी चीज ना पकड़ें।
- ज्यादा समय तक एक जगह पर ना ही बैठे और ना ही खड़े रहे। 
- कोई भी झुकने वाला काम ना करें। 
- ज्यादा सोचने की भूल न करें। 

इन कामों को करने से बच्चे की सेहत पर बुरा असर होने के साथ डिलीवरी के समय मुश्किलें आ सकती है। 

 

डाइट में इन चीजों को करें शामिल 

इस दौरान महिलाओं को पोषण की जरूरत होती है। असल में, मां से ही बच्चे को पूरा पोषण मिलने से उसका बेहतर तरीके से विकास होता है। ऐसे में इस टाइम पीरियड में खाने में प्रोटीन, विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन, फोलिक एसिड, ओमेगा-3 फैटी एसिड आदि तत्वों से भरपूर चीजों का सेवन करें। इसके लिए डाइट में किवी, तरबूज, ड्राई-फ्रूट्स, सूरजमूखी के बीज, अलसी के बीज, हरे-पत्तेदार सब्जियां, ब्रोकली, अंडा, डायरी प्रॉडक्ट्स एवोकाडो, किवी, तरबूज, स्‍ट्रॉबेरी आदि चीजों का सेवन करें। 

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इन चीजों को खाने से बचें

इस टाइम पीरियड में एलोवेरा जूस, पपीता, मेथीदाना और अनानास का सेवन करने से बचें। इससे समय से पहले लेबर पेन शुरू होने से प्रीटर्म डिलीवरी का खतरा हो सकता है। इसके कारण शिशु का पूरा विकास ना होने पर ही उसका जन्म हो जाता है। 

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