हिंदू धर्म में भगवान शिव को देवों के देव का दर्जा मिला है। भोलेनाथ बहुत ही जल्द अपने भक्तों से प्रसन्न होते हैं। सिर्फ शिवलिंग पर जल अर्पित करके आप शिवजी की कृपा पा सकते हैं। खासकर श्रावण मास का शिव भक्त पूरा साल इंतजार करते हैं। इस बार सावन 4 जुलाई से शुरु होने वाला है। इस दौरान शिव भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर कई चीजें अर्पित करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ चीजें शिवलिंग पर अर्पित करना शुभ नहीं मानी जाती । तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
शिवलिंग पर न चढ़ाएं शंख
शिवलिंग का शंख से जलाभिषेक नहीं करना चाहिए, क्योंकि भगवान शिव ने शंखचूड़ का वध किया था जो एक असुर था और शंखचूड़ एक दानव भी था इसलिए शिव को जल अर्पित करने मं शंख का प्रयोग नहीं करना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार, शंख से जलाभिषेक करने से भगवान शिव की पूजा का वरदान भी नहीं मिलता।
न चढ़ाएं ये फूल
भगवान शिव को कभी भी लाल रंग का फूल, केतकी, चंपा और केवड़े का फूल अर्पित नहीं करना चाहिए। ज्योतिषाशास्त्रों के अनुसार, इन फूलों को पूजा में चढ़ाने से पूजा का फल नहीं मिलता।
सिंदूर
शिवलिंग पर सिंदूर अर्पित करना भी शुभ नहीं माना जाता है। सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए मांग में सिंदूर लगाती है परंतु भगवान शिव एक संहारक रुप में भी पूजे जाते हैं। ऐसे में भगवान शिव को सिंदूर चढ़ाना शुभ नहीं माना जाता है। परंतु मां पार्वती को सिंदूर अर्पित किया जा सकता है।
तुलसी के पत्ते
भगवान विष्णु, भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी बेहद प्रिय होती है बिना तुलसी के इन सभी का भोग आधा अधूरा ही माना जाता है परंतु भोलेनाथ को कभी भी तुलसी के पत्ते नहीं अर्पित किए जाते हैं। मान्यताओं के अनुसार, यदि शिवजी को तुलसी के पत्ते अर्पित किए जाएं तो वह क्रोधित हो जाते हैं। क्योंकि भगवान शिव ने तुलसी के पति असुर जालंधर का वध किया था ऐसे में भगवान शिव को तुलसी अर्पित नहीं किए जाते हैं।
नारियल का पानी
शिवजी की पूजा में कभी भी नारियल पानी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आप पूरा नारियल शिवजी को अर्पित कर सकेत हैं लेकिन नारियल पानी शिवलिंग पर चढ़ाना शुभ नहीं माना जाता है।