मानसून के दौरान मौसम बेहद ही सुहावना होता है। मगर यह अपने साथ कई बीमारियों को भी लेकर आता है। इस मौसम में बैक्टीरिया व संक्रमण फैलने का खतरा अधिक होने से बीमारियों की चपेट में आने का जोखिम ज्यादा होता है। वहीं डायबिटीज के लोगों की मानसून में दूसरों की तुलना में इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। ऐसे में उन्होंने मानसून के दौरान खुद का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। ऐसे में अगर आप या आपके घर पर कोई डायबिटीक पेशेंट है तो आज हम हैल्दी रहने के कुछ खास टिप्स बताते हैं...
बाहर के खाने से बनाएं दूरी
मानसून दौरान संक्रमण से बचने के लिए डायबिटीज के मरीजों को बाहर का भोजन खाने से बचना चाहिए। असल में, छोटी से लापरवाही से इनकी सेहत को नुकसान हो सकता है।
फल- सब्जियों को अच्छे से धोकर खाएं
वैसे तो हर किसी को सब्जियां व फल धोकर खाने चाहिए। मगर डायबिटीज के मरीजों का संक्रमित होने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में इन्हें खासतौर पर इस बात पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए आप फल व सब्जियों को धोने के लिए नींबू का रस, सिरका पानी के साथ गर्म पानी यूज कर सकती है।
भरपूर मात्रा पानी पीएं
मानसून के दौरान डायबिटीक पेशेंट्स को अधिक मात्रा में पानी पीना चाहिए। इससे हाइड्रेटेड व एनर्जेटिक रहने में मदद मिलेगी। इसके अलावा कार्बोनेटेड पेय और पैकेज्ड फूड पीने से परहेज रखें। असल में, इनमें एक्सट्रा शुगर होती है जो इनकी सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करती है। इसकी जगह पर घर पर ताजी सब्जियों, फलों का जूस, नारियल व नींबू पानी का सेवन करें।
कच्चा भोजन खाने से बचें
इस मौसम में कच्ची सब्जियों में बैक्टीरिया अधिक जमा होते हैं। ऐसे में खासतौर पर डायबिटीज के मरीजों को इस दौरान कच्ची सब्जियां खाने से बचना चाहिए। इसलिए सब्जियों को अच्छे से पकाकर या स्टीम करके खाएं।
विटामिन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर चीजें खाएं
मानसून के दौरान ज्यादा मसालेदार, ऑयली फूड खाने से बचें। अपनी डेली डाइट में विटामिन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर चीजें शामिल करें। इसके साथ भरपूर मात्रा में पानी से भरपूर चीजों का सेवन करें। इससे इम्यूनिटी बढ़ेगी और बीमारियों की चपेट में आने का खतरा कम होगा।
ब्लड शुगर लेवल की जांच करवाएं
इन सबके साथ समय-समय या जरूरत पड़ने पर ब्लड शुगर लेवल चैक करवाएं। इससे आपका बेहतर शारीरिक विकास हो पाएगा।
स्वच्छता का ध्यान रखना जरूरी
मानसून के मौसम में बैक्टीरिया व वायरस ज्यादा पनपते हैं। ऐसे में इस दौरान संक्रमित होने का खतरा अधिक रहता है। इसके लिए जरूरी है कि ये लोग खुद की स्वच्छता का खास ध्यान रखें। इसके लिए रोजाना नहाने, कपड़े बदलने के साथ नाखूनों को ट्रिम करें। नाखूनों की सफाई का खास ध्यान रखें। असल में, सबसे अधिक कीटाणु जमा होने व फैलने का खतरा नाखूनों पर होता है।
बारीश में भीगने से बचें
डायबिटीज के मरीजों को बारीश में भीगने से बचना चाहिए। इसलिए इन्हें हमेशा खुद को साफ व सूखा रखना चाहिए। इसके अलावा इन लोगों को फुट से जुड़ी जटिलताओं से बचने के लिए पैरों को हमेशा साफ और सूखा रखने की कोशिश करनी चाहिए है। पैरों की साफ-सफाई करने से आंतरिक नर्व को डैमेज होने से बचाने में मदद मिल सकती है।