सर्दियां मतलब शादी का सीजन! इस दौरान लोग बड़े धूम- धाम से exotic जगहों में डेस्टिनेशन वेडिंग करते हैं। बीच और resorts में होने वाली ये वेडिंग अकाल तख्त को नागवार है। इसलिए अकाल तख्त ने एक बड़ा फैसला लिया है। अकाल तख्त जत्थेदार की जिम्मेदारी संभालते के बाद ही ज्ञानी रघबीर सिंह ने सोमवार में हुई बैठक में डेस्टिनेशन वेडिंग्स पर बैन लगा दिया।
दिया ये तर्क
अकाल तख्त ने कहना है कि बीच पर शादी करना मर्यादा का उल्लंघन है। तख्त ने गुरू ग्रंथ यानी सिखों की पवित्र पुस्तक को समुद्र किनारे रखने पर रोक लगा दी है। उन्होंने बैठक में कहा कि बीच, रिसॉटर्स और डेस्टिनेशन वेडिंग में शादी करने के लिए गुरू ग्रंथ साहिब को स्थापित करना अब से प्रतिबंधित होगा।
बता दें पिछले कई सालों से ये प्रचलन आया है जिसमें सिख समुदाय के लोग समुद्री इलाके के पास शादी / आनंद कारज करते हैं, जहां पर वह अपनी पवित्र किताब को रखते हैं। इसी के मद्देनजर ये फैसला लिया गया है। बता दें इससे पहले अकाल तख्त ने ये प्रतिबंध लगाया था कि होटलों, रिसॉट्स और अन्य स्थानों पर शादी में 'सरुप' यानी गुरू ग्रंथ साहिब की एक प्रति नहीं ले जा सकते हैं।