जावेद अख्तर क्रॉस-शिकायत पर बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौट को कोर्ट ने एक बड़ा झटका दिया है। दरअसल, सेशन कोर्ट ने कंगना की जावेद अख्तर केस को ट्रांसफर करने की याचिका खारिज कर दी है। कंगना ने अपनी याचिका में दावा किया था कि चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार कर रही है।
कोर्ट ने खारिच की कंगना की याचिका
एक सत्र अदालत ने बुधवार को अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा दायर 2 याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिसमें उनके और कवि-गीतकार जावेद अख्तर के बीच की कार्यवाही को एक अन्य मजिस्ट्रेट अदालत में स्थानांतरित करने की मांग की गई थी। कंगना ने अख्तर द्वारा उनके खिलाफ दायर मानहानि के मुकदमे के साथ-साथ उनके खिलाफ जबरन वसूली और अन्य आरोपों के खिलाफ उनकी जवाबी शिकायत पर कार्यवाही को ट्रांसफर करने की मांग थी। दोनों कार्यवाही अंधेरी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने पेश किए गए हैं।
कंगना को मिली थी वॉर्निंग
बता दें कि पिछले साल सितंबर में, अदालत ने कहा कि अगर वह अगली सुनवाई में शामिल नहीं हुई तो वह गिरफ्तारी वारंट जारी करेगी। उसकी स्थानांतरण याचिका में अदालत की ओर से "पूर्वाग्रह" का आरोप लगाया गया था, जिसमें कहा गया था कि न्यायाधीश ने गिरफ्तारी की चेतावनी दी थी, भले ही उसके खिलाफ आरोप जमानती, गैर-संयोजनीय और कंपाउंडेबल थे।
उनकी याचिका को बताया अस्पष्ट
अख्तर के वकील ने उनकी तबादला याचिकाओं का विरोध करते हुए कहा था कि न्यायाधीश ने उनके अनुरोधों को स्वीकार कर लिया है और उनके खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की है। अक्टूबर 2021 में, मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने मामलों को ट्रांसफर करने के लिए उसकी याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि उसके आधार अस्पष्ट और बिना किसी उचित आशंका के थे। इसने यह भी कहा था कि न्यायाधीश ने केवल कानूनी प्रक्रिया का पालन किया था और उसे उनके खिलाफ पक्षपाती नहीं कहा जा सकता।
कंगना ने किया डिंडोशी सत्र अदालत का रुख
इसके बाद कंगना ने डिंडोशी सत्र अदालत का रुख किया और कहा कि उसकी याचिका को खारिज करने में मजिस्ट्रेट अदालत, अदालत द्वारा उसके आरोपों के बचाव में 2 मामलों की सुनवाई करने वाले तर्क को रिकॉर्ड में लाने में विफल रही है। यह अपील दिसंबर में खारिज कर दी गई और उसने सत्र अदालत का दरवाजा खटखटाया।
गौरतलब है कि अख्तर ने अपनी मानहानि शिकायत में दावा किया कि उन्होंने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद साल 2020 के एक साक्षात्कार में उनके खिलाफ निराधार आरोप लगाए थे। पिछले साल कंगना ने अख्तर के खिलाफ एक जवाबी शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उसने उसे आपराधिक रूप से धमकाया था। अख्तर के वकील ने तर्क दिया था कि आरोपों का उद्देश्य मानहानि शिकायत पर सुनवाई को लंबा करना था।