आज का दिन शिवभक्तों के लिए बहुत ही खास है। शिव और शक्ति के मिलन का यह दिन भक्त बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। श्रद्धा भाव के साथ पूजा अर्चना करके आप भगवान शिव को प्रसन्न कर सकते हैं। इसके अलावा शिवरात्रि के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। यह मंत्र महादेव का सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता है। इसका जाप करने से मनुष्य को मृत्यु का भय नहीं रहता और भगवान शंकर की कृपा से लंबी आयु का भी वरदान मिलता है। तो चलिए आपको बताते हैं कि मंत्र का जाप करने की विधि...
कैसे करें मंत्र का जाप?
सुबह उठकर स्नान आदि करके साफ कपड़े पहनें। व्रत का संकल्प लें और भगवान शिव की आराधना करें। इसके बाद मंदिर में जाकर शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा और दूध के साथ रुद्राभिषेक करें। इसके बाद घी का दीया जलाकर शिवजी की आरती करें। फिर रुद्राक्ष की माला धारण कर 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
भगवान शिव का प्रिय है महामृत्युंजय मंत्र
महामृत्युंजय मंत्र भगवान शिव का बहुत ही प्रिय है। इसे भोलेनाथ का सबसे शक्तिशाली मंत्र माना जाता है। इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को मृत्यु का भय नहीं रहता और व्यक्ति के रोग से मुक्त हो जाता है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की अकाल मृत्यु नहीं होती। शिवपुराण की मानें तो महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को संसार के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में पॉजिटिविटी आती है ।
महामृत्युंजय मंत्र
ऊं त्र्यम्बंक यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।
मंत्र का जाप करने के फायदे
. इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और रोगों से भी छुटकारा मिलता है।
. भगवान शिव की कृपा से घर और परिवार में खुशियां आती है और मंत्र का जाप करने से जीवन में पापों से मुक्ति मिलती है।
. इस मंत्र का जाप करने से मांगलिक दोष, कालसर्प दोष, भूत-प्रेत दोष जैसे दोषों से भी छुटकारा मिलता है।
. नियमित मंत्र का जाप करने से समाज में मान-सम्मान बढ़ता है और नौकरी व बिजनेस में भी सफलता मिलती है।