कोरोना मामलों में भले ही कमी देखने को मिल रही हो लेकिन इसकी तीसरी लहर को आने से कई नहीं रोक सकता। ऐसा हमारा नहीं बल्कि वैज्ञानिकों का कहना है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, तीसरी लहर का सबसे ज्यादा असर गर्भवती महिलाओं व बच्चों पर हो सकता है इसलिए उन्हें अधिक सतर्कता बरतने के लिए कहा जा रहा है। वहीं, गर्भवती महिलाओं के मन में बहुत से सवाल चल रहे हैं जैसे संक्रमित होने पर भ्रूण में कोरोना होने की कितनी आंशका है? क्या संक्रमित होने पर वो शिशु को स्तनपान करवा सकती हैं? चलिए हम बताते हैं आपको इन सभी सवालों के जवाब...
गर्भवती महिलाओं को क्यों अधिक खतरा
दरअसल, प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। वहीं, इस दौरान शरीर के हार्मोन्स में भी उतार-चढ़ाव होता रहता है, जिससे वो आसानी से बीमारियों की चपेट में आ सकती हैं। ऐसे में उन्हें कोरोना संक्रमण होने की आंशका ज्यादा रहती है।
क्या गर्भ में भी शिशु को हो सकता है कोरोना?
कुछ समय पहले दिल्ली में एक ऐसा मामला सामने आया था, जिसमें संक्रमित मां ने कोरोना संक्रमित शिशु को जन्म दिया था। शोधकर्ताओं की मानें तो, महिलाओं की प्लैसेंटा, ब्रेस्ट मिल्क व वैजाइना में कोरोना के कण मौजूद हो सकते हैं, जो गर्भनाल के जरिए भ्रूण तक पहुंच सकते हैं। ऐसे में जन्म के समय शिशु की कोरोना पॉजिटिव हो सकता है। हालांकि इस बारे में पर्याप्त जानकारी मौजूद नहीं और अभी रिसर्च चल रही है।
ब्रेस्टफीडिंग करवाना कितना सेफ?
WHO के अनुसार, नवजात शिशु को ब्रेस्टफीडिंग करवाते समय भी कोरोना हो सकता है लेकिन ऐसा नहीं कि आप शिशु को दूध नहीं पिला सकती। यह वायरल छूने व छींकते-खांसते समय फैलने वाले स्ट्रेन से फैलता है इसलिए ब्रेस्टफिडिंग करवाने से पहले हाथ अच्छी तरह धोएं। साथ ही मुंह को ढककर रखें।
गर्भवती महिलाएं भी लगवा सकती हैं वैक्सीन
केंद्र सरकार ने गर्भवती महिलाों को वैक्सीन लगवाने की परमिशन दे दी है। उनका कहना है कि वैक्सीन लगवाना ना सिर्फ मां बल्कि शिशु के लिए भी फायदेमंद है। टीके बनने वाली एंटीबॉडीज गर्भनाल के जरिए बच्चे को फायदा पहुंचा सकती है।
प्रेगनेंसी के दौरान रखें इन बातों का ध्यान
. गर्भवती महिलाएं नियमित रूप से बार-बार हाथ धोएं।
. दरवाजे के हैंडल या अन्य किसी चीज को हाथ लगाने के बाद सैनिटाइज जरूर करें।
. आंख, मुंह या नाक को कम से कम छूएं। साथ ही खांसते या छींकते वक्त टिश्यू, रुमाल या कोहनी यूज करें।
. लोगों से कम से कम 6 फिट की दूरी बनाकर रखें, फिर चाहे वो स्वस्थ ही क्यों ना हो। कोशिश करें कि आप घर पर ही रहें।
. पूरे दिन में 8-9 गिलास पानी पीने के साथ भरपूर नींद भी लें।