बेटा-बेटी के समान होने की बात चाहे कितनी भी की जाए लेकिन आज भी कुछ लोगों की मानसिकता में कोई बदलाव नहीं आया है। समाज का एक बड़ा हिस्सा बेटियों से ज्यादा श्रेष्ठ बेटों को मानता है। कुछ लोग तो ऐसे हैं जिनके लिए बेटी होना किसी अभिशाप से कम नहीं है और बेटे की चाह के लिए वह कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला मध्य प्रदेश के राजगढ़ में ।
यहां तीन बेटियों के बाद भी माता- पिता बेटा चाहते थे, लेकिन चौथी बार में उनकी झोली में एक नहीं बल्कि 3 और बेटियां आ गई। एक साथ इस दुनिया में आई तीनों बेटियों का नाम गंगा, जमुना और सरस्वती रखा गया। बता दें कि नरसिंहगढ़ के मान पिछोड़ी गांव में रहने वाले सीमा तिवारी और राकेश तिवारी की पहली बेटी सात सात की, दूसरी पांच की और तीसरी बेटी दो साल की है। बेटे की चाह में उन्होंने चौथा मौका लिया।
अब सीमा ने 3 बेटियों को एक साथ जन्म दिया। पहली बच्ची का वजन 2.4 किग्रा, दूसरी वाली का 2 किग्रा और तीसरी बच्ची का वजन 2.2 किग्रा है। डॉक्टर्स का कहना है कि जच्चा और तीनों बच्चे शिशु स्वस्थ हैं। राकेश तिवारी का कहना है कि "हमें एक बेटे की चाहत थी। इससे हमारा परिवार पूरा हो जाता, लेकिन हमारी 3 बेटियां हुई हैं। ये भी भगवान का आशीर्वाद है। मैं इन्हें बड़े शान से पालूंगा और सभी को खुश रखूंगा।"