देखा जाए तो हर ड्राई फ्रूट अपने आप में कुछ अनोखे फायदे लिए हुए है। लेकिन अगर हम बात करें मूंगफली की तो उसमें ओमेगा 6 और ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो कम ही चीजों में पाया जाता है और शरीर के लिए भी बहुत जरूरी है। जिन लोगों को दिल से जुड़ी समस्याए हैं उनके लिए ये काफी लाभकारी है। यह शरीर में गर्मी पैदा करती है और इसके सेवन से शरीर में खून बढ़ता है। अगर मूंगफली की तुलना चने से की जाए तो कैलरी कंट्रोल करने के लिए मूंगफली ही ज्यादा लाभ देती है।
अगर डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट की मानें तो मूंगफली काजू से भी ज्यादा पौष्टिक होती है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और विटमिन डी अधिक मात्रा में पाया जाता है। साथ ही इसमें प्रोटीन की मात्रा मीट की तुलना में 1.3 गुना, अंडों से 2.5 और फलों से 8 गुना अधिक होती है। 100 ग्राम कच्ची मूंगफली में 1 लीटर दूध के बराबर प्रोटीन होता है। वहीं 250 ग्राम पीनट बटर से 300 ग्राम पनीर, 2 लीटर दूध या 15 अंडों के बराबर ऊर्जा प्राप्त की जा सकती है। मूंगफली के फायदों की बात करें तो हमेशा से ही इस बात पर खूब चर्चा होती रही है कि भुनी हुई मूंगफली सबसे अच्छी होती है या कच्ची मूंगफली? लेकिन इसके आवश्यक पोषक तत्वों को देखते हुए कच्ची मूंगफली खाने की सलाह दी जाती है। तो आइए जानते हैं कि भुनी हुई मूंगफली या कच्ची मूंगफली किस रूप में सेवन करना सबसे अच्छा है।
कच्ची मूंगफलियां
मूंगफला में कैलोरी, फाइबर, सॅच्युरेटेड फैट, प्रोटीन होता है। कच्ची मूंगफली कोलेस्ट्रॉल फ्री होती है। लो कार्ब होने की वजह से कच्ची मूंगफली वजन घटाने वाली डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। इसमें हाई फैट और कैलोरी होती है, इसलिए उन्हें कम मात्रा में या अन्य फूड्स के साथ लेने की सलाह दी जाती है। कच्ची मूंगफली अलग-अलग तरीके से हेल्दी है और कच्चे रूप में होने पर इसका असर भी गहरा है। पीनट बटर पीनट प्रोडक्ट्स का एक और रूप है जो डाइट करने वालों को हेल्दी न्यूट्रिशनल वेल्यू प्रदान करता है। सेहतमंद होने पर भी लोग भुनी और नमकीन मूंगफली खरीदते हैं क्योंकि उनका स्वाद अच्छा होता है, खासकर ठंड के दिनों में इसका सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाता है।
भुनी मूंगफलियां
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा प्रमाणित है कि तेल में भुनी हुई नमकीन मूंगफली दिल से जुड़ी समस्याओं और हार्ट के मरीजों के लिए हेल्दी होती है क्योंकि, इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है। ज्यादातर भुनी हुई मूंगफली को मूंगफली के तेल में पकाया जाता है, जिससे मूंगफली में वसा की मात्रा नहीं बढ़ती। भुनी हुई मूंगफली का सेवन अगर कम मात्रा में किया जाए तो ठीक है, लेकिन इनका अधिक मात्रा में सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग हो सकता है। जो लोग किसी भी पॅकार के मेवे के साथ मूगफली का सेवन करते हैं उनमें अकाल मृत्यु की संभावना दीसरों की तुलना में कम हो जाती है। मूंगफली वास्तव में मृत्यु दर को कम करती है। साथ ही मूंगफली में फाइबर अच्छी मात्रा में होती है, जो व्यक्ति के पूरे शरीर में सूजन को कम करने में मदद करता है और आपके पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रहने में मदद करता है।