अगहन यानी मार्गशीर्ष महीने भगवान विष्णु व उनके अवतार और माता लक्ष्मी, चंद्रदेव की अराधना करना काफी शुभ माना जाता है। इसके साथ ही इस महीने में शंख पूजा का भी काफी महत्व है। मान्यता है कि अगहन मास के हर गुरुवार शंख पूजा करने से हर मनोकामना पूरी हो जाती है। मगर, यहां हम आपको बताएंगे कि घर में कौन-सा शंख रखना सबसे ज्यादा फायदेमंद माना जाता है...
समुद्र मंथन का 8वां रत्न शंख
पौराणिक कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथर के दौरान 14 अनमोल 8 रत्न निकले थे , जिसमें से 8वां रत्न शंख था। शंख कई तरह के होते हैं, जैसे देव, चक्र, पंचमुखी, शनि, राहु, राक्षस, वालमपुरी, शेषनाग, बुद्ध, केतु, कुबार गदा, कच्छप, शेर, सुदर्शन शंख आदि।
3 प्रकार के होते हैं शंख
शंखों के तीन मुख्य प्रकार वामावर्ती, दक्षिणावर्ती तथा गणेश या मध्यवर्ती शंख होते हैं। इन्हीं के अंतर्गत कामधेनु, गणेश, पाञ्चजन्य, महालक्ष्मी, विष्णु, देवदत्त, कौरी, पौण्ड्र, हीरा, मोती, मणि पुष्पक, अनंतविजय और सुघोषमणि, अन्नपूर्णा, वीणा, ऐरावत, गरूड़ शंख आते हैं।
कामधेनु शंख पूरी करेगा हर इच्छा
कामधेनु शंख भी 2 तरह के होते हैं, गोमुखी और कामधेनु शंख। कामधेनु गाय के मुख जैसी आकृति वाले शंख को गोमुखी कामधेनु शंख कहा जाता है। वास्तु के नजरिए से घर में कामधेनू शंख रखना अच्छा माना जाता है। मान्यता है कि इसे घर में रखने से माता लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती है क्योंकि कामधेनू गाय माता का रूप ही माना जाता है।
कामधेनु शंख से मिलते हैं ये फायदे
1. मान्यता है कि पूजा-अर्चना जैसे शुभ कार्य में कामधेनू शंख बजाने से तर्कशक्ति प्रबल होती है। साथ ही इससे घर का माहौल भी शांति से भरा रहता है।
2. रोजाना इस शंख की आवाज घर में फैलने से पॉजिटिव एनर्जी और धन लाभ होता है। कथाओं के मुताबिक, महर्षि पुलस्त्य और ऋषि वशिष्ठ ने भी धन प्राप्ति के लिए इस शंख का इस्तेमाल किया था।
3. इस शंख को कल्पना पूरी करने वाला भी कहा गया है इसलिए रोजाना इसे बजाने से सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है।
4. इस शंख में 2 घंटे जलभर रखें और फिर उसे पीएं। रोजाना ऐसा करने से आपकी त्वचा संबंधी समस्याएं दूर होंगी।
5. कामधेनु शंख में 33 देवों की शक्तियां समाहित होती हैं इसलिए इस शंख का दान अच्छा माना जाता है। मान्यता है कि इसे दान करने से मोक्ष मिलता है।
सेहत के लिए भी फायदेमंद
सिर्फ वास्तु ही नहीं सेहत के लिहाज से भी कामधेनु शंख बजाना काफी अच्छा माना जाता है। जब आप शंख बजाते हैं तो त्वचा, श्वसन प्रणाली, श्रवण तंत्र तथा फेफड़ों की एक्सरसाइज हो जाती है, जिससे आप कई बीमारियों से बचे रहते हैं। साथ ही शंख की आवाज कानों में जाने से आप तनावमुक्त भी रहते हैं।
जरूर करें इस मंत्र का जाप
जब भी कामधेनु शंख से पूजा करें तो 'ऊँ नमः गोमुखी कामधेनु शंखाय मम् सर्व कार्य सिद्धि कुरु-कुरु नमः।' मंत्र का जाप जरूर करें। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है और घर में सुख-समृद्धि भी बढ़ेगी।