आशा ताई के नाम से फेमस आशा भोसले का जन्म 1933 में महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव सांगली में हुआ। आशा जी को बचपन से ही गाने का शौक था। 10 साल की उम्र से उन्होंने गाना शुरू किया था।
बचपन से ही था गाने का शौक
आशा भोसले लता मंगेशकर की छोटी बहन है। छोटी उम्र में आशा के पिता का देहांत हो गया था। पिता के देहांत के बाद लता पर परिवार की सारी जिम्मेदारी आ गई। बहन का साथ देने के लिए आशा ने सिंगिंग शुरू की। साल 1948 में आशा ने अपने सिगिंग करियर की शुरुआत फिल्म 'चुनरिया' से की थी। शुरुआत में आशा भोसले को रिजेक्टेड गाने दिए जाते थे लेकिन आशा ताई उसे भी अपनी गायिकी से मशहूर कर देती थीं। दरअसल, उस वक्त गीता दत्त, शमशाद बेगम और लता मंगेशकर फेमस थी। सभी फिल्मों में ज्यादातर इन्हीं के गाने गाए जाते थे।
बहन के सेक्रेटरी पर आया दिल
आशा जी की जितनी मीठी आवाज है उतनी ही दर्द भरी उनकी पर्सनल लाइफ रही है। आशा भोसले का दिल अपनी बहन के सेक्रेटरी पर आया। दरअसल, लता मंगेशनकर का पर्सनल सेक्रेटरी गणपतराव भोसले था। वह उनका सारा काम संभालता था। इसी दौरान आशा को गणपतराव से प्यार हो गया लेकिन शादी के लिए घरवाले तैयार नहीं थे। आशा ने 16 साल की उम्र में 31 साल के गणपतराव से भागकर शादी की। शादी के कुछ साल बाद दोनों अलग हो गए।
प्रेग्नेंट होते हुए पति ने निकाला घर से बाहर
एक इंटरव्यू में आशा ने बताया था कि वह प्रैग्नेंट थी जब उनके पति ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया। 2 बच्चों हेमंत और वर्षा के साथ वह मायके वापिस आ गई। गणपतराव से शादी के बाद आशा और लता के बीच दूरियां आ गई। एक इंटरव्यू में खुद आशा ने बताया था कि लता मंगेशकर ने आशा और गणपत के इस रिश्ते को मंजूरी नहीं दी थी. इसके बाद दोनों के बीच काफी दूरी आ गई और काफी समय तक दोनों में कोई बात नहीं हुई.
शादीशुदा आर.डी.बर्मन से रचाई शादी
लता मंगेशकर ने भी ये बात इंटरव्यू में कही है कि उन्हें लगता था कि ये रिश्ता उनकी छोटी बहन के लिए ठीक नहीं होगा. ऐसा हुआ भी। गणपतराव से अलग होने के बाद आशा ने आर.डी.बर्मन से शादी की हालांकि लता मंगेशकर और आशा भोंसले के बीच की दूरी फिर भी खत्म नहीं हुई। यहां आपको बता दें कि आर.डी.बर्मन भी पहले से शादीशुदा थे और पहली पत्नी रीता पटेल से तलाक ले चुके थे। संगीत को लेकर प्यार दोनों को एक-दूसरे के करीब ले आया। छह साल छोटे आर.डी.बर्मन ने आशा ताई को शादी के लिए प्रपोज कर दिया। साल 1994 को आर.डी बर्मन ने दुनिया को अलविदा कह दिया। आशा लगभग 12 हजार से ज्यादा गाने गा चुकी हैं।
कुकिंग में भी माहिर हैं आशा भोसलें
आशा भोसले गायिकी के अलावा खाना बनाने में भी सिद्धहस्त हैं। बॉलीवुड में ऐसी कई सेलेब्रिटी हैं, जो आशा ताई से अक्सर कढ़ाई गोश्त और बिरयानी की डिमांड करते हैं। अपने इसी हुनर के बारे में बात करते हुए आशा जी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर गायिकी में उनका करियर उड़ान नहीं लेता तो वे कुक बन जातीं। आशा भोंसले अपना रेस्टोरेंट बिजनेस भी चलाती है। उनके दुबई और कुवैत में आशाज नाम के रेस्टोरेंट हैं। जहां पारंपरिक उत्तरी-पश्चिमी भारतीय खाना विशेष रूप से उपल्ब्ध है। उनके रेस्टोरेंट अबुधाबी, दोहा, बहरीन में भी हैं।