बिग बाॅस 16 में नजर आ रही अर्चना गौतम ने कंटेस्टेंट्स की नाक में दम करके रखा है। वह आए दिन किसी ना किसी घरवाले से लड़ती नजर आती है लेकिन शायद ही कोई जानता होगा कि दूसरों को परेशानी में डालने वाली अर्चना खुद भी कभी मुसीबत में फंस गई थीं। कुछ लोगों ने अर्चना को किडनैप कर गाड़ी में बिठाया और उनका फोन तक छीन लिया था। वह चिल्लाती रही लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की। तब एक भिखारी ने उनकी जान बचाई थी।
राजनीति में आने से पहले अर्चना ने फिल्मों में काम किया। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2017 में अर्चना को एक शख्स ने फोन कर एड शूट के ऑफर का लालच दिया था। जो एक साड़ी का एड शूट था। यह बात सुनते ही अर्चना खुशी से झूम उठीं। अर्चना को यह ऑफर एक ऑनलाइन दोस्त के जरिए मिला था, जिससे वह कभी भी नहीं मिली थीं। उनके दोस्त ने बताया कि इस एड के लिए उन्हें पचास हजार रुपये एडवांस में मिलेंगे।
जुहू सर्कल पहुंचकर अर्चना जैसे ही अपनी कार पार्किंग में लगाने लगीं तो एक महिला ने उन्हें फोन करके कहा कि वह कार पार्क करके क्लाइंट की गाड़ी में बैठ जाए। अर्चना जैसे ही उस गाड़ी में बैठी तो उन्होंने उनसे पहले एड शूट की बात की और फिर अर्चना का मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड और कार की चाबी छीन ली। उन लोगों ने कहा कि वो सीबीआई वाले हैं। जिसके बाद उन्होंने अर्चना से पैसे मांगे और पैसे ना देने पर बदनाम करने की धमकी दी। अर्चना गौतम का कहना था कि जब उन्होंने गाड़ी चलाने वाले का फर्जी आईडी कार्ड देखा तो वह रोने लगीं थी।
यहां तक कि फिरौती के लिए उन लोगों ने अर्चना से उनकी मां को फोन करवाया और फिर उनके पिता को फोन करवाया। अर्चना को समझ नहीं आ रहा था कि वो असली सीबीआई वाले हैं या नकली। अर्चना ने उन लोगों से फोन देने के लिए कहा ताकि वह दोस्तों से पैसे उधार लेकर उन्हें दे सके। इस बीच अर्चना ने अपने भाई को फोन कर 50 हजार रुपए मांगे। पैसे लेने के लिए जैसे ही उन बदमाशों ने एयरपोर्ट की तरफ गाड़ी मोड़ी तो अर्चना को उन पर शक हुआ। यह शक तब यकीन में बदला जब चेक पोस्ट पर पुलिस ने गाड़ी रोकी और उन बदमाशों में से एक पुलिस को रिश्वत देने में लगा था।
अर्चना का भाई जैसे ही पैसे लेकर आया तो वह चिल्लाते हुए बोलीं कि वो पुलिस को बुलाए। ये सुनकर बदमाश घबरा गए और अर्चना को गाड़ी से बाहर निकालकर भाग गए। अर्चना ने भी बिना डरे ऑटो से उनका पीछा किया। ट्रैफिक में उनकी गाड़ी फंस गई तो अर्चना ने एक बदमाश को पकड़कर गाड़ी से बाहर खींच लिया। हालांकि वहां मौजूद लोगों में से कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया। अर्चना रोती रही, चिल्लाती रहीं लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की। तभी पास खड़े एक भिखारी ने आरोपी को पकड़ा और अर्चना की मदद के साथ पुलिस के हवाले कर दिया।