हमारे साथ कई बार ऐसा जरूर होता है जब हम एक जगह बैठे रहकर बहुत ज्यादा समय के बाद उठते हैं तो हमारे शरीर का कोई अंग बिल्कुल सुन्न पड़ जाता है। ये समस्या किसी भी व्यक्ति को हो सकती है फिर चाहे वह ज्यादा उम्र का है या कोई बच्चा इससे फर्क नहीं पड़ता। दरअसल, जब हम किसी एक मुद्रा में बैठकर काम करते रहते हैं तो हमारी रक्तवाहिन्यां तथा मांसपेशियों में शिथिलता आ जाती है जिससे शरीर बिल्कुल सुन्न हो जाता है। ऐसे में कुछ समय तक के लिए हमसे चला या किसी तरह का काम भी नहीं किया जाता है। इसी को देखते हुए हम आपको आज इससे बचने के उपाय बताने जा रहे हैं जिससे आपकी इस परेशानी से छुटकारा मिलेगा।
पपीते के बीज
पपीते के बीजों को पीसकर सरसों के तेल में मिलाकर सुन्न होने वाले अंगों पर धीरे-धीरे मालिश करें।
सोंठ तथा लहसुन
सुबह के समय शौच आदि से निपट कर सोंठ तथा लहसुन की दो कलियों को चबाकर ऊपर से पानी पी लें| यह प्रयोग आठ-दस दिनों तक लगातर करने से सुन्न स्थान ठीक हो जाता है।
अजवाइन तथा लहसुन
तिली के तेल में एक चम्मच अजवायन तथा लहसुन की दो पूतियां कुचलकर डालें, फिर तेल को पका-छानकर शीशी में भर लें| इस तेल से सुन्न स्थान की मालिश करें।
बादाम का तेल
बादाम का तेल मलने से सुन्न स्थान ठीक हो जाता है। पीपल के पेड़ की चार कोंपलें सरसों के तेल में मिलाकर आंच पर पकाएं। फिर छानकर इस तेल को काम में लाएं।
सोंठ, पीपल तथा लहसुन
सभी बराबर की मात्रा में लेकर सिल पर पानी के साथ पीस लें। फिर इसे लेप की तरह सुन्न स्थान पर लगाएं। बादाम घिसकर लगाने से त्वचा स्वाभाविक हो जाती है।