छोटे बच्चे खेलने-कूदने के कारण ज्यादा अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते। जिसके कारण छोटी उम्र में ही उनके पैरों में दर्द होने लगता है। पैरों के दर्द का कारण बच्चे का गलत खानपान और फिजिकल एक्टिविटी कम करना भी हो सकता है। आजकल बच्चों पर पढ़ाई का स्ट्रेस भी रहता है जिसके कारण वह ज्यादा समय अपने दोस्तों के साथ नहीं बिता पाते। एक जगह बैठे रहने से उन्हें शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। पैरेंट्स बच्चों को अच्छी डाइट और रुटीन में कुछ योगाभ्यास करवाकर उनके शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
दौड़
आप बच्चों से दौड़ भी जरुर लगवाएं। यह बहुत ही आसाना एक्सरसाइज है। बच्चे इसे आसानी से कर भी पाएंगे। यदि आप बचपन से ही बच्चों को दौड़ने की आदत डालेंगे तो उनके शरीर का विकास भी बहुत अच्छे से होगा। इससे उन्हें पैरों के दर्द और मांसपेशियों के दर्द से भी राहत मिलती है।
साइकिलिंग
बच्चों से आप साइकिलिंग करवा सकते हैं। इससे उनके पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। इससे उनका संपूर्ण स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। आप सुबह या शाम कभी भी बच्चों को साइकिलिंग करवा सकते हैं। साइकिलिंग करने से बच्चों का दिल भी स्वस्थ रहेगा।
स्विमिंग
आप बच्चों को स्विमिंग भी जरुर करवाएं। इससे उनके अंदर आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। इसके अलावा स्विमिंग करने से उनके पूरे शरीर की मूवमेंट होती है। जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास और भी अच्छे से होता है। पैरों के दर्द से भी बच्चों का राहत मिलती हैं और सांस संबंधी समस्याएं भी ठीक होती हैं।
बियर क्राल
बियर क्राल एक्सरसाइज आप बच्चों को करवा सकते हैं। यह पूरे शरीर के वर्कआउट मानी जाती है। हाथों और पैरों को नीचे रखकर जानवर की तरह चलना ही बियर क्रॉल एक्सरसाइज कहलाता है। हाथों और पैरों को मजबूती देने के लिए शरीर को लचीला बनाने के लिए भी यह एक्सरसाइज बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है।
पुल अप्स
पुल अप्स भी बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है। इससे उन्हें पैरों के दर्द से भी काफी हद तक आराम मिलता है। हाथ और पैर भी मजबूत बनते हैं। पैरों की मांसपेशियों को स्ट्रेच करने और शरीर को लचीला बनाने के लिए यह एक्सरसाइज बहुत ही लाभकारी होती है ।