10 OCTTHURSDAY2024 6:30:44 AM
Life Style

प्रैग्नेंसी में इंटरकोर्स कितना सुरक्षित? गर्भवती महिलाओं के लिए अहम जानकारी

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 30 Aug, 2024 08:48 PM
प्रैग्नेंसी में इंटरकोर्स कितना सुरक्षित? गर्भवती महिलाओं के लिए अहम जानकारी

नारी डेस्कः प्रैग्नेंसी के दौरान महिलाओं को बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है। खाने से लेकर सोने तक की आदत को सही करना पड़ता है। इसी दौरान महिलाओं के शरीर में काफी बदलाव आते हैं। जैसे खाने-पीने के टेस्ट में रूचि का बदलना, कभी मीठा तो कभी खट्टा खाने का दिल करना, मूड स्विंग्स होना। वहीं कुछ महिलाओं की इस दौरान संबंध बनाने की रूचि भी बढ़ जाती है लेकिन क्या इस दौरान इंटरकोर्स करना सही रहता है। चलिए इस आर्टिकल में गर्भावस्था और इंटरकोर्स पर ही बात करते हैं।

क्या गर्भावस्था के दौरान इंटरकोर्स करना ठीक है?

सबसे पहला सवाल गर्भवती के दिमाग में यही आता है कि अगर वह इंटरकोर्स करती है तो क्या उसके बच्चे पर इसका बुरा प्रभाव तो नहीं पड़ेगा। एक्सपर्ट की मानें तो इंटरकोर्स करने से आपके बच्चे पर कोई असर नहीं पड़ेगा। गर्भाशय में एमनियोटिक द्रव और गर्भाशय की मजबूत मांसपेशियां आपके बढ़ते बच्चे की रक्षा करती हैं लेकिन अगर गर्भावस्था के दौरान आपको समय से पहले प्रसव या प्लेसेंटा की समस्या जैसी कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या है तो डॉक्टरी सलाह लेना जरूरी है। इंटरकोर्स के दौरान गर्भवती का पेट बढ़ता है इसलिए आरामदायक स्थिति को ध्यान में रखें।
PunjabKesari

क्या गर्भावस्था के दौरान संबंध बनाने से गर्भपात हो सकता है?

गर्भवती होने पर इंटरकोर्स करने से गर्भपात नहीं होता। ज़्यादातर गर्भपात इसलिए होते हैं क्योंकि भ्रूण का विकास ठीक से नहीं हो रहा होता। इंटरकोर्स के बाद ऐंठन या स्पॉटिंग होना आम बात है। लेकिन अगर ऐंठन बहुत ज्यादा है औरमासिक धर्म की तरह बहुत ज़्यादा ब्लीडिंग हो तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
PunjabKesari

यह भी पढ़ेंः गर्भ ठहरने के कितने दिन बाद पता चलता हैं? प्रैगनेंसी से जुड़ी खास बात

क्या इस दौरान प्रोटेक्शन की आवश्यकता है?

गर्भावस्था के दौरान यौन संचारित संक्रमण होने से आपको और आपके बच्चे को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपके साथी को यौन संचारित संक्रमण है तो योनि, मुख और गुदा मैथुन करने से बचें।

आपका डाक्टर कब संबंध ना बनाने की सलाह दे सकता है?

अगर योनि रक्तस्राव हो रहा है।
एमनियोटिक द्रव का रिसाव होता है।
अगर गर्भाशय-ग्रीवा समय से पहले खुलने लगता है। इसे गर्भाशय-ग्रीवा अक्षमता कहा जाता है
आपका प्रसव समय से पहले शुरू होने या समय से पहले ही बच्चे को जन्म देने का इतिहास रहा हो तो ऐसी स्थिति में संबंध ना बनाने का परामर्श दिया जाता है।

नोटः इस बारे में अधिक जानकारी अपनी रैगुलर डॉक्टर से लें क्योंकि वह आपकी हैल्थ अपडेट्स के बारे में बारीकी से जानकारी रखता है, इसलिए वह आपको बेहतर सुझाव देंगे।
 

Related News