नारी डेस्कः प्रेग्नेंसी हर महिला की जिंदगी में सबसे खूबसूरत अनुभव होती है। हर महिला इस सुखद अहसास को पाने की इच्छा रखती है, लेकिन इस दौरान महिलाओं के शरीर में बहुत से बदलाव भी होते हैं जिसके चलते महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।। प्रेंग्नेसी की शुरुआत से लेकर डिलीवरी तक हर छोटी से छोटी चीज का ध्यान रखना जरूरी है, खासकर पहले 3 महीने तो ज्यादा केयर करने वाले होते हैं क्योंकि यह शुरूआती चरण होता है। पूरे समय ही महिला अलग-अलग बदलाव का अनुभव करती है। ये बदलाव गर्भ ठहरने के कुछ दिन बाद से ही शुरू होने लगते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं गर्भ ठहरने के कितने दिन बाद प्रेग्नेंसी का पता चलता है? या प्रेग्नेंसी होने के शुरुआती संकेत क्या होते हैं? चलिए आपको इस बारे में ही बताते हैं।
कितने दिन बाद गर्भधारण का पता लगाया जा सकता है?
एक्सपर्ट के मुताबिक, गर्भ धारण करने के 6 से 12 दिन बाद बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट से गर्भधारण का पता लग सकता है। पीरियड्स मिस होने के बाद ही टेस्ट करने की सलाह दी जाती है। इस टेस्ट के जरिए यूरिन या ब्लड ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (एचसीजी) हार्मोन की उपस्थिति का पता लगाया जाता है। यह हार्मोन फर्टिलाइज्ड एग के यूट्रिन लाइनिंग से जुड़ने पर ही प्रोड्यूस होना शुरू होता है लेकिन प्रेग्नेंसी टेस्ट का रिजल्ट, कई अन्य चीजों पर भी निर्भर करता है। जैसेः टेस्ट किस तरह लिया गया, सही समय पर किया जाना या महिला की मेंस्ट्रुअल साइकिल किस तरह काम करती है।
गर्भ ठहरने की शुरुआत में कैसे लक्षण नजर आते हैं?
ये सारे बदलाव, हार्मोन्स होने के कारण होते हैं, क्योंकि इस दौरान बॉडी, एम्ब्रियो के लिए खुद को तैयार कर रहा होता है। शुरुआती दिन किसी भी गर्भवती महिला के लिए काफी सेंसिटिव होते हैं। महिला को थकान ज्यादा रहने लगती है, कुछ महिलाओं को सुस्ती, उल्टी और मतली होने जैसा महसूस करती हैं। इसी के साथ ही, मॉर्निंग सिकनेस, ब्रेस्ट में हल्कापन, स्तन के उपरी हिस्से पर हल्का दर्द, बार-बार यूरिन आने और गंध आने जैसी समस्याएं भी होती हैं। कुछ महिलाओं को हल्की ब्लड स्पॉटिंग या क्रैम्प्स भी हो सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी रहता है। बता दें कि हर महिला में प्रेग्नेंसी के शुरुआती
लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ महिलाओं में कुछ हफ्ते तक लक्षण नजर नहीं आते हैं।
प्रेग्नेंसी की शुरूआत में महिला को किन चीजों का खास ध्यान रखना चाहिए?
हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करें। पर्याप्त नींद लें, बैलेंस डाइट लें, फिजिकली एक्टिव रहें और खुद को तनावमुक्त रखें।
डाइट पर खास ध्यान दें
अपनी डाइट में फोलिक एसिड युक्त चीजें शरूर शामिल करें। इसके अलावा बैलेंस डाइट लेना और हाइड्रेटेड रहना भी बहुत जरूरी है। अपनी डाइट में फल, जूस, हरी सब्जियां और हेल्दी फैट्स जरूर एड करें।
एक्सरसाइज और सैर
सैर को रूटीन में शामिल जरूर करें। गायनेकोलॉजिस्ट की सलाह लेकर ही एक्सरसाइज करें लेकिन हल्की-फुल्की एक्सरसाइज की आदत जरूर बनाएं। इससे बॉडी एक्टिव रहेगी और आप हेल्दी प्रेग्नेंसी प्लान कर पाएंगी। इसके अलावा कोई बड़ा बदलाव दिखे तो डाक्टरी जांच जरूर करवाएं।