मासिक धर्म यानि की पीरियड्स महिला की जिंदगी का महत्वपूर्ण चक्र है जिसकी बदौलत औरतें मां बनने का सुख पाती हैं। महिलाओं का स्वास्थ भी मासिक चक्र पर निर्भर करता है। अगर यह चक्र खराब हो जाए तो कई तरह के हैल्थ इश्यूज होने शुरु हो जाते हैं। वहीं कई बार हैल्थ प्रॉब्लम होने के चलते भी यह गड़बड़ा जाते हैं। भारत में बहुत सी महिलाएं इस प्रॉब्लम से जुझती है लेकिन लापरवाही बरतती हैं इसलिए इस ओर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
लेकिन इससे पहले समझे पीरियड्स मिस होना क्या है?
एक महिला को 21 से 35 दिन के अंदर पीरियड्स होते हैं, जो थोड़ा बहुत आगे पीछे हो सकते हैं। हालांकि, अगर आपके पीरियड 35 दिनों से ज्यादा देर से हो रहे हैं, तो हो सकता है आपको कोई समस्या हो। ऐसा होने के पीछे
पौष्टिक आहार ना खाने पर
वजन बढ़ने पर
पीसीओडी, पीसीओएस
थायराइड,
हार्मोन्स का असंतुलित होना
डायबिटीज
कोई ट्यूमर या रसौली हो तो
ज्यादा एक्सरसाइज करने पर
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को
-इसके अलावा चिंता-तनाव लेने से पीरियड्स अनियमित होने लगते हैं।
-खून में जब प्रोलैक्टिन का स्तर अधिक हो जाता है तो भी अनियमित होते हैं पीरियड्स। खून में प्रोलैक्टिन का स्तर तब भी बढ़ता है जब महिला बच्चे को स्तनपान करा रही होती है।
पीरियड्स समय पर ना होने के बहुत से नुकसान है।
सबसे बड़ी समस्या बच्चा पैदा करने की आती है जिसके लिए फर्टिलिटी ट्रीटमेंट किए जाते हैं। वहीं कई बार महिलाओं का वजन बढ़ने लगता हैं, जिससे अन्य कई रोग होने का खतरा बना रहता है।
ऐसे में सबसे पहले क्या करें?
पहले तो डाक्टरी सलाह से जरूरी टेस्ट करवाएं कि आपको यह समस्या हो क्यों रही है। जैसे अंडाशय का अल्ट्रासाउंड, एमआरआई , थायराइड व हार्मोनल टेस्ट आदि।
अब जानिए इसे सही करने का नैचुरल तरीका
आप जितनी भी दवाओं का सहारा ले लें जब तक आप अपना लाइफस्टाइल हैल्दी नहीं रखेंगे आपके पीरियड्स से जुड़ी समस्या ठीक नहीं होगी।
-लाइफस्टाइल सहीं रखने से मतलब आपकी डाइट के साथ हैल्दी वर्कआउट
-डाइट में संतुलित आहार लें। दूध, फल, सब्जियां, नट्स, जैसी हैल्दी चीजें खाएं। प्रोटीन के लिए आप चिकन अंडा का सेवन करें। जंकफूड्स मसालेदार खाने से परहेज करें। भूखे रहने की गलती ना करें। शरीर में खून नहीं होगा तो भी ब्लीडिंग नहीं होगी। इसलिए आयरन, कैल्शियम भी जरूर लें।
-डाइट के साथ हल्की-फुलकी एक्सरसाइज करें योगासन का सहारा लें । आधे घंटे की सैर करें ।
-ज्यादा समय तक हार्मोंन की दवाइयां ना खाएं।
-वजन ज्यादा है तो एक्सरसाइज व योग की मदद से इसे कंट्रोल में करें।
-खुद को तनाव से दूर रखें। मेडिटेशन का सहारा लें।
-अगर शुगर थायराइड की मरीज हैं तो इसे कंट्रोल में रखें।
-जिन महिलाओं को पीसीओडी है, उन्हें पीरियड मिस होने का खतरा अधिक --होता है, इसलिए अपनी लाइफस्टाइल को हैल्दी बनाएं और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
अगर रसौली हैं तो डाक्टरी संपर्क करें । दवाइयों की मदद से इसे ठीक किया जा सकता है जबकि कुछ स्थितियों में डाक्टर सर्जरी की सलाह भी देते हैं।
अजवाइन का देसी नुस्खा
आपकी किचन में मौजूद अजवाइन का आयुर्वेदिक नुस्खा पीरियड्स की समस्या को दूर करने में बेहद मददगार होगा। आपको बस 1 गिलास पानी में 2-3 चुटकी अजवाइन डाल कर इसे आधा होने तक उबालना है और आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो से 3 बार पीएं। अगर पीरियड रुक-रुक कर आते हैं तो समस्या ठीक हो जाएगी।
याद रखिए सबसे महत्वपूर्ण आपकी डाइट हैं खुद को तनाव मुक्त रखें। हैल्दी चीजें खाएं ताकि पीरियड की समस्या हो ही ना क्योंकि पीरियड की समस्या अपने साथ कई और हैल्थ प्रॉब्लम्स भी लेकर आती है।