मोर का पंख श्रीकृष्ण को अतिप्रिय होने के साथ इसका संबंध देवी लक्ष्मी, देवी सरस्वती, इन्द्र देव आदि देवताओं के साथ माना जाता है। हिंदू धर्म व वास्तुशास्त्र के साथ अन्य कई धर्मों में भी इसे शुभता का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि मोर के पंख को घर, दुकान व ऑफिस में लगाने से कभी भी सुख- शांति आने के साथ अन्न व धन की कमी नहीं होती है। साथ ही परिवार में खुशियों भरा माहौल बना रहता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं मोर पंख से जुड़े वास्तु उपाय के साथ कुछ बेहद रोचक बातें...
देवी- देवताओं के साथ संबंध
हिंदू धर्म के अनुसार, मोर का संबंध देवी सरस्वती, महालक्ष्मी, इन्द्र देव, कार्तिकेय, श्री गणेश, श्रीकृष्ण आदि देवी- देवताओं के साथ माना जाता है। ऐसे में इन्हें यह अतिप्रिय होने से मोर का पंख घर, दुकान व ऑफिस पर लगाने शुभफल की प्राप्ति होती है। पौराणिक काल में मोर के पंख से ही कलम तैयार कर बड़े- बड़े धार्मिक ग्रंथों की रचना की गई थी।
देवी लक्ष्मी और सरस्वती से संबंध
बात अगर हिंदू धर्म की करें तो मोर के पंख को देवी लक्ष्मी और सरस्वती के साथ जोड़ा जाता है। माना जाता है कि इसे घर पर लगाने से अन्न व धन की कभी कमी नहीं होती है। साथ ही घर के सदस्यों में ज्ञान की बढ़ोतरी होती है।
ग्रीक में मोर के पंखों का स्वर्ग से संबंध
मान्यता है कि आर्गस, जिसकी करीब 100 आंखें थी। उनके द्वारा ही हेरा ने मोर की सरचना की थी। इसी कारण से ही ग्रीक लोग मोर का संबंध स्वर्ग और सितारों के साथ मानते हैं।
बौद्ध धर्म
बौद्ध धर्म के अनुसार, जब मोर अपने पंखों को खोलता है तो वह अपने साथ खुले विचारों, सकारात्मक ऊर्जा व विचारों को भी खोलता है। इससे जीवन में सकारात्मकता भरने के साथ खुलेपन का अहसास होता है।
ईसाई धर्म
इस धर्म के लोग मोर पंख को पुनर्जीवन, अध्यात्मिक शिक्षा व जीवन से जुड़ा हुआ मानते हैं।
इस्लाम धर्म
बात अगर हम इस्लाम धर्म की करें तो वे मोर को खूबसूरती का प्रतीक मानते हैं। उनके अनुसार, यह जन्नत के बाहर शाही व खूबसूरत बगीचे के समान है।
एशिया के देशों का मोरपंख से संबंध
एशिया के बहुत से देश मोरपंख को अध्यात्म से संबंधित मानते हैं। उनके मुताबिक क्वान-यिन का मोर के साथ गहरा रिश्ता है। वे मोर के पंख को प्यार, खुशहाली व सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक मानते हैं।
कलह- कलेश होगा दूर
जिस घरों में पति- पत्नि में निरंतर लड़ाई- झगड़े रहते हैं तो उन्हें अपने बेडरूम में मोरपंख लगाना चाहिए। इससे दोनों की बीच की दूरियां दूर हो रिश्तों में मिठास आएगी। इसके बांसुरी में मोर का पंख रखने से भी पति- पत्नि में प्यार बढ़ता है।
शत्रु होंगे दूर
मंगलवार या शनिवार की रात्रि को हनुमान जी के मस्तक का सिंदुर लेकर उससे मोरपंख पर शत्रु का नाम लिखकर घर के पूजास्थल पर रख दें। अगली सुबह उठकर उस मोरपंख को चलते पानी में बहा दें। ऐसा करने से शत्रुओं से जल्दी ही छुटकारा मिल जाएगा।
धन लाभ के लिए
घर की दक्षिण दिशा पर स्थित तिजोरी में मोर के पंख को खड़ा करके रखने से आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है। साथ ही धन से जुड़ी सभी परेशानियों से राहत मिलती है।
सेहत रहेगी बरकरार
अगर घर के सदस्यों की सेहत निरंतर बिगड़ती रहती है तो ऐसे में मोर के पंख की पूजा कर उसे घर के पूर्वी और उत्तर-पश्चिम दीवार पर लगा दें। इसके अलावा इसे अपनी जेब या डायरी में रखने से भी सेहत में सुधार आता है।
तरक्की के खोले रास्ते
किसी राधा- कृष्ण के मंदिर में जाकर श्रीकृष्ण के मुकुट पर मोर का पंख लगा दें। करीब 40 दिनों के बाद उस पंख को लेकर अपनी तिजोरी में रख दें। इससे आर्थिक परेशानी दूर हो तरक्की के रास्ते खुलेंगे।
बुरी नजर से रहेगा बचाव
एक चांदी की ताबीज में मोर का पंख रख कर उसे नवजात शिशु को पहना दें। इससे उसका बुरी नजर से बचाव रहेगा।
सकारात्मक ऊर्जा
घर के मेन गेट पर 3 मोरपंख लगाकर उसके नीचे 'ॐ द्वारपालाय नम: जाग्रय स्थापयै स्वाहा मंत्र' लिखकर नीचे गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर लगाएं। इससे घर के अंदर नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करेगी।
सभी वास्तुदोष होंगे दूर
घर के आग्नेय कोण यानि दक्षिण और पूर्व के मध्में मोर का पंख लगाने से सभी प्रकार के वास्तुदोष दूर हो जाते है। इसके साथ ही घर के ईशान कोण में श्रीकृष्ण की मोरपंख के साथ तस्वीर व पेंटिंग लगाना भी शुभ माना जाता है।
कीड़ों से मिलेगा छुटकारा
इसे घर की दीवार पर लगाने से छिपकली और कीड़े-मकोड़े आने से छुटकारा मिलता है।