खराब लाइफस्टाइल और बढ़ता वजन कई बीमारियों की जड़ बन रहा है, इन्हीं में से एक यूरिक एसिड भी है। शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने के कारण शरीर कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से घिरने लगता है। यूरिक एसिड बढ़ने के कारण सबसे खतरनाक समस्या है जोड़ों का दर्द। यदि शुरुआत में यूरिक एसिड पर कंट्रोल न किया जाए तो समय के साथ समस्या और बढ़ने लगती है। आप कुछ घरेलू नुस्खों के साथ भी बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में...
यूरिक एसिड बढ़ने से कौन-कौन सी समस्या होती है?
यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से न सिर्फ जोड़ों में दर्द होता है बल्कि हड्डियों और जोड़ों के अलावा कई स्वास्थ्य समस्याएं जैसे गठिया, गाउट और ऑस्टियोपोरोसिस का भी जोखिम होने लगता है। इसके अलावा किडनी की पथरी, मोटापे से संबंधित हाइपरयूरिसीमिया कहते हैं।
हाई यूरिक एसिड के लक्षण
. जोड़ों में तेज दर्द होना
. जोड़ों में कठोरता और अकड़न होना।
. प्रभावित हिस्से में लाली और सूजन का होना
. जोड़ों का आकार बिगड़ना ।
इलाज
डॉक्टर्स के अनुसार, हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए कई तरह की दवाइयों का सेवन किया जाता है परंतु कई घरेलू उपायों के साथ यूरिक एसिड, गाउट, जोड़ों के दर्द से आसानी से राहत पाई जा सकती है। हल्दी का इस्तेमाल करके आप बढ़ते हुए यूरिक एसिड को कम कर सकते हैं।
हल्दी का सेवन
हल्दी आपके शरीर में बढ़ते यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल कर सकती है। इसमें आयुर्वेदिक गुण पाए जाते हैं जो कई तरह की बीमारियों से लड़ने में फायदेमंद होते हैं। यह खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत ही गुणकारी मानी जाती है।
हल्दी के यूरिक एसिड ग्रस्त मरीजों के लिए फायदे
हल्दी में करक्यूमिन नाम का तत्व पाया जाता है यह बहुत ही पावरफुल एंटीइंफ्लेममेटरी तत्व माना जाता है। यह यूरिक एसिड में होने वाली सूजन को कम करता है।
किस तरह करें इस्तेमाल?
एक शोध के अनुसार, हल्दी ऐसा मसाला है जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण पाए जाते हैं। हल्दी वाले दूध पीने से हाई यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल रहता है और यह ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद करता है यह बैक्टीरिया का दूर करके पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखने में मदद करता है। दूध में हल्दी डालने से हाई यूरिक एसिड के कारण पैरों में होने वाली सूजन भी कम होती है। इसके अलावा यदि हल्दी वाले दूध में आप एक चुटकी काली मिर्च मिलाएंगे तो फायदे ज्यादा मिलेंगे।
यूरिक एसिड के मरीज को कितनी हल्दी खानी चाहिए
एक्सपर्ट्स के अनुसार, आप यूरिक एसिड को कम करने के लिए दिन में तीन बार 400 से 600 मिलीग्राम कैप्सूल ले सकते हैं। इस मात्रा के अनुसार 500 मिलीग्राम के आसपास आप हल्दी का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा हल्दी कितनी मात्रा में लेनी चाहिए इस बारे में एक बार एक्सपर्ट्स की सलाह भी जरुर ले लें।