22 NOVFRIDAY2024 3:48:36 AM
Nari

बाहर घूम रहे सूअर, बदबूदार नालियों के पास बैठे परिजन... ये है महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल का हाल

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 06 Oct, 2023 10:18 AM
बाहर घूम रहे सूअर, बदबूदार नालियों के पास बैठे परिजन... ये है महाराष्ट्र के सरकारी अस्पताल का हाल

महाराष्ट्र के नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में48 घंटे में हुई 31 मरीजों की मौत का कारण अभी तक साफ नहीं हुआ है। इतने लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है यह सवाल हर किसी के मन में है। जहां एक तरफ आरोप है कि चिकित्सकों की लापरवाही के कारण ये सब हुआ तो वहीं दूसरी तरफ अस्पताल के बाहर से ऐसी तस्वीरें सामने आई है, जिससे देखकर हर कोई हैरान है। 

PunjabKesari
अस्पताल में 30 सितंबर से एक अक्टूबर के बीच 12 शिशुओं सहित 24 मरीजों की मौत दर्ज की गई थी। एक और दो अक्टूबर के बीच सात और मरीजों की मौत हुई थी। मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने महाराष्ट्र के नांदेड़ एवं छत्रपति संभाजीनगर जिलों के दो सरकारी अस्पतालों में बड़ी संख्या में मरीजों की मौत के मामले में प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तलब किया है।

PunjabKesari
इसी बीच एनडीटीवी चैनल ने कुछ तस्वीरें शेयर की है, जिसमें देख सकते हैं मरीजाें के रिश्तेदार अस्पताल परिसर की बदबूदार नालियों के बीच ब्रश कर रहे हैं और  बर्तन धो रहे हैं तो वहीं आसपास सूअर टहल रहे हैं। इतना ही नहीं डॉ शंकरराव चव्हाण राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की नालियां प्लास्टिक को बोतलों और रैपरों से अटी पड़ी दिखाई दे रही है। 

PunjabKesari
 एनडीटीवी के साथ बातचीत में मरीजों के परिवार वालों ने बताया कि- हम शौचालय का उपयोग नहीं कर सकते। हमें यहां कुछ नहीं मिलता। हमें दवाएं, पानी और बाकी सभी जरूरी चीजों के लिए बाहर जाना पड़ता है। बताया जा रहा है कि अस्पताल में पर्याप्त कर्मचारी नहीं हैं और एक कर्मचारी को कई वार्डों का काम सौंपा गया है। यहां हर दिन सूअर घूमते हैं। वे कूड़ा खाते हैं।

PunjabKesari
वहीं इससे पहले अपने बच्चे को खो चुके पिता ने बताया कि-  ‘‘मेरे बच्चे का वजन कम नहीं था और वह बिल्कुल ठीक था...पता नहीं मेरे बच्चे को क्या हुआ। मैंने अपना बच्चा खो दिया, ऑपरेशन के कारण मेरी पत्नी के स्वास्थ्य पर स्थायी प्रभाव पड़ा है। मैंने अपना सब कुछ खो दिया।''  उन्होंने सवाल किया कि- 12 बच्चे (अस्पताल में एक दिन में) कैसे मर सकते हैं? उन्होंने दावा किया, ‘‘यह तभी संभव है जब मशीनें काम नहीं कर रही हों और चिकित्सक लापरवाही बरत रहे हों।'' 


 महाराष्ट्र के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ ने कहा था कि नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीजों की मौत के कारणों की जांच की जाएगी। उन्होंने भारोसा दिलाया था कि अगले 15 दिनों में अस्पताल में हालात बेहतर हो जाएंगे। मुश्रीफ ने यह भी कहा था कि अस्पताल में दवाओं की कोई कमी नहीं है और अगर मौतें किसी की लापरवाही के कारण हुई हैं, तो उस व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 
 

Related News