ईश्वर के बाद अगर किसी से आशा रखी जाती है वह है डॉक्टर, मुसीबत पड़ने पर भगवान का नाम बाद में पहले डॉक्टर याद आते हैं। अगर जान बचाने वाले ही जान के दुश्मन बन जाए तां इंसान किस पर भरोसा करेगा। ऐसा ही कुछ कर रही थी एक नर्स, जिसने एक दो नहीं बल्कि 7 नवजात बच्चों को मौत की नींद सुला दिया। अब सालों बाद भी उसे अपने इस जुर्म के लिए सजा नहीं मिली है।
हम बात कर रहे हैं 32 साल की लूसी लेटबाई नाम की नर्स की जाे इंग्लैंड के काउंटलेस ऑफ चेस्टर अस्पताल में काम करती थी। वो वहां नियो नैटल यूनिट, जहां जन्म के बाद बच्चों को रखा जाता है। उसे बच्चों से पता नहीं क्या दुश्मनी थी कि उसने एक के बाद एक 7 मासूमों को मार डाला। कुछ बच्चों को इंसुलिन लगा दिया तो कुछ को हवा भरे इंजेक्शन लगाकर मार डाला।
खबरें तो यह भी कहती हैं कि इस बेबी किलर नर्स ने कुछ बच्चों के तो पेट में दूध के इंजेक्शन लगा दिए। एक बच्ची जन्म के वक्त बिल्कुल स्वस्थ थी लेकिन लूसी के हाथों में आते ही वह 90 मिनट में दुनिया को अलविदा कह गई। 5 नवजात लड़कों और 2 लड़कियों को मारने के बाद भी उसका मन नहीं भरा तो उसने 10 और बच्चों को मारने की कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हो पाई।
लूसी के जुर्म से पर्दा तब उठा जब उसने एक प्रीमेच्योर बेबी को मार डाला। बच्चे को रूम में अकेला देखते ही उसने नाक से ट्यूब के जरिए पेट में हवा भर दी, जिससे मासूम ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। एक बच्चा तो दो बार मौत के मुंह से वापिस आ गया लेकिन इस आरोपी महिला ने तीसरी बार उसे मार ही डाला। उसे 2018 और 2019 में गिरफ्तार भी किया गया था, लेकिन दोनों बार वह जमानत पर रिहा हो गई।